नई दिल्ली: दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के चुनाव में 13, 14, 15 दिसंबर को मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आज मतगणना 12 बजे के बाद शुरू हुई, जो अब भी जारी है. अभी तक 99 वोटों की गिनती में अध्यक्ष पद पर रोहन जेटली को 69 मत मिल, जबकि कीर्ति आजाद को 30 वोट मिले. डीडीसीए के पांच पदों के लिए देर शाम तक चुनाव परिणाम घोषित होने की संभावना है. वहीं डायरेक्टर के सात पदों के लिए मतगणना देर रात तक चलेगी. बता दें कि डीडीसीए चुनाव में इस बार कुल 3748 मतदाता थे, जिनमें से कुल 2412 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
चुनाव में मुख्य मुकाबला मौजूदा अध्यक्ष रोहन जेटली पैनल और पूर्व क्रिकेटर एवं टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद पैनल के बीच है. अध्यक्ष पद पर रोहन जेटली और कीर्ति आजाद आमने-सामने हैं तो बाकी अन्य चार पदों पर दूसरे प्रत्याशी मैदान में हैं. बता दें कि डीडीसीए का चुनाव 3 साल के लिए होता है. इससे पहले वर्ष 2021 में चुनाव हुआ था, जिसमें रोहन जेटली ने अध्यक्ष पद पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के तत्कालीन अध्यक्ष एडवोकेट विकास सिंह को पराजित किया था. रविवार को तीसरे और अंतिम दिन 768 सदस्यों ने मतदान किया था. इस तरह तीनों दिन हुए मतदान के आंकड़ों को मिलाकर कुल 2412 सदस्यों ने मतदान किया. वहीं, 1336 सदस्य मतदान से दूर रहे. वे अपना वोट डालने नहीं पहुंचे.
डायरेक्टर के सात पदों पर 25 से ज्यादा प्रत्याशी
मतगणना शुरू होने के बाद देर शाम तक सभी पांच पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पद के नतीजे घोषित हो जाएंगे. डायरेक्टर के मतों की गणना करने में इसलिए समय लगता है कि एक ही बैलेट पेपर पर सभी डायरेक्टर प्रत्याशियों को वोट देने के लिए कॉलम बने होते हैं. इसलिए उनकी मतगणना करने में समय लगता है. डायरेक्टर के सात पदों पर 25 से ज्यादा प्रत्याशी होने के चलते भी मतगणना में समय लगना तय है. बता दें कि पहले दिन शुक्रवार को 701 और दूसरे दिन 943 सदस्यों ने मतदान किया था.
दिल्ली और दिल्ली से बाहर रहने वाले सदस्य मतदाता भी बड़े उत्साह के साथ वोट डालने पहुचे थे. बता दें कि डीडीसीए चुनाव में 13, 14 और 15 दिसंबर को 3 दिन मतदान होना तय किया गया था. मतदान के लिए वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं को सड़क से बूथ तक लाने के लिए कार्ट की व्यवस्था की गई थी. मतदान के लिए सात बूथ बनाए गए थे. साथ ही 6 टेबल यहां पर मतदाता पर्ची देने के लिए लगाई गई थीं. बूथ नंबर 1 को बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए आरक्षित रखा गया था. मतदान के दौरान किसी भी तरह का कोई टकराव न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस के जवानों की भी तैनाती की गई थी.
ये भी पढ़ें: