ऋषिकेश: द हिमाद्रि फाउंडेशन और एम्स ऋषिकेश ने मिलकर ब्लड बैग को जयराम आश्रम से एम्स परिसर तक ड्रोन के माध्यम से पहुंचाने का सफल ट्रायल किया है. इस ट्रायल के सफल होने से पहाड़ों में ड्रोन के माध्यम से जल्द से जल्द ब्लड बैग पहुंचाने का रास्ता भी साफ हो गया है. ड्रोन के माध्यम से ब्लड बैग पहुंचाने की सुविधा मिलने से अब मरीज की जान को बचाना डॉक्टरों के लिए और ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा.
रविवार को जयराम आश्रम में 'द हिमाद्रि फाउंडेशन' की ओर से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया. जिसका शुभारंभ फाउंडेशन के सदस्य प्रतीक वर्मा ने किया. रक्तदान शिविर में एम्स ब्लड बैंक के साथ एक प्राइवेट ब्लड बैंक की टीम रक्त एकत्रित करने के लिए पहुंची. सुबह से शाम तक चले रक्तदान शिविर में 120 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ. इस दौरान एम्स ने एकत्रित हुए ब्लड बैग को ड्रोन के माध्यम से एम्स परिसर तक पहुंचाने का सफल ट्रायल भी किया.
ड्रोन के सीनियर पायलट प्रतीक पाटिल ने बताया कि हर शहर में ट्रैफिक की समस्या आम हो गई है. ऐसे में जरूरत के समय एक जगह से दूसरी जगह तक ब्लड सैंपल या ब्लड बैग को पहुंचने में समय लगता है. कभी-कभी देर होने की वजह से मरीज की जान चली जाती है. लेकिन ड्रोन के माध्यम से ब्लड सैंपल और ब्लड बैग पहुंचाने की सुविधा मिलने से इन आंकड़ों में कमी आएगी.
फाउंडेशन के सदस्य प्रतीक वर्मा ने बताया कि जयराम आश्रम में तीसरी दफा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया है. भविष्य में भी यह शिविर लगाए जाते रहेंगे. यह बहुत खुशी का पल है कि एम्स ने उनकी संस्था के साथ मिलकर ब्लड बैग को ड्रोन के माध्यम से एम्स तक पहुंचाने का सफल ट्रायल किया है.
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