चंडीगढ़: पीजीआई की कांट्रेक्चुअल कर्मचारियों ने सातवें दिन भी हड़ताल जारी रखी है. दूसरी ओर मरीजों को लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पीजीआई प्रशासन की ओर से कर्मचारियों की जगह वॉलिंटियर की मदद से काम चलाया जा रहा है, जिसमें एनएसएस वॉलिंटियर और विश्व मानव रूहानी केंद्र के कर्मचारी अस्पताल का काम संभाल रहे हैं. हड़ताल के चलते पीजीआई में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं.
"मांग पूरी होते ही हड़ताल खत्म कर देंगे" : पीजीआई में आज कर्मचारियों की हड़ताल का सातवां दिन है और कर्मचारी आज भी धरने पर बैठे हुए हैं. लगातार एरियर की मांग करते हुए कर्मचारियों का कहना है कि जैसे ही उनकी मांग पूरी हो जाएगी, वो अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आएंगे, लेकिन पीजीआई प्रशासन उन्हें एरियर तो दें.
7 दिन से नहीं आया कोई नया मरीज : बता दें कि पीजीआई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मरीज को हो रहा है और पीजीआई में अब साफ-सफाई समेत अन्य चीजों में भी इसका खामियाजा देखने को मिल रहा है. ना सिर्फ पीजीआई में साफ-सफाई ढंग से हो पा रही है, बल्कि पीजीआई में पिछले 7 दिनों से कोई भी नए मरीज अपने आप को ओपीडी में नहीं दिखा पा रहे हैं. ओपीडी में सिर्फ पुराने मरीजों का ही फॉलो अप किया जा रहा है, जबकि जो भी नए मरीज यहां पर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल व जम्मू कश्मीर के इलाकों से पहुंच रहे हैं, उन्हें वैसे ही वापस लौटना पड़ रहा है.
PGI के समक्ष कई बार रख चुके मांगें : पीजीआई में कर्मचारियों की माने तो वह कई बार पीजीआई प्रशासन के पास अपनी मांगे रख चुके हैं, लेकिन पीजीआई प्रशासन उनकी मांगे पूरी नहीं कर रहा. इसीलिए उन्हें अब निराश होकर हड़ताल का रुख अपनाना पड़ा है.
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