चित्तौड़गढ़: जिले के डूंगला थाना क्षेत्र में मंगलवार तड़के राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार के बाद ग्रामीण और शिकारी आमने-सामने हो गए. ललकारने पर शिकारियों ने ग्रामीणों पर चाकू से हमला कर दिया. इस घटना में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक को चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया है. ग्रामीणों ने एक शिकारी को पकड़ लिया, जबकि उसका पुत्र भागने में सफल रहा. पुलिस ने उसकी तलाश में कई स्थानों पर टीम रवाना की है. मौके से पांच मरे मोर और शिकारी की एक बंदूक जब्त की गई. आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है. सूचना पर निंबाहेड़ा पुलिस उपाधीक्षक बद्री लाल राव भी मौके पर पहुंचे.
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डूंगला थाना प्रभारी घेवरचंद ने बताया कि घटना बिलोद और अरनेड गांव के बीच की है. बिलोद गांव के पास मंगलवार तड़के करीब तीन बजे खेत पर फसल की निगरानी कर रहे एक व्यक्ति को पेड़ों के बीच हलचल नजर आई. बंदूक से फायर की आवाज सुनकर उसने फोन से गांव के लोगों को सूचित कर दिया और देखते ही देखते कई लोग मौके पर पहुंच गए. तब तक शिकारी पांच मोर मार चुके थे. गांव के लोगों को सामने आते देखकर शिकारी घबरा गए. बचने की फिराक में एक शिकारी ने चाकू निकाल लिया और लोगों पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए. इस हमले से ग्रामीण भी घबरा गए, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए एक शिकारी को दबोच लिया, जबकि एक अन्य अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला.
थाना प्रभारी ने बताया कि हमले में एक व्यक्ति के गले पर चाकू का कट लग गया, जबकि एक का पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया. इस घटनाक्रम में चार लोग घायल हो गए, जिनमें से एक को चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया है. सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई, जहां पांच मरे हुए मोर मिले. ग्रामीणों ने पकड़े गए शिकारी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया. पूछताछ में उसने अपना नाम पिथलवाडी निवासी इस्माइल पुत्र नासिर खान बताया. उसके कब्जे से एक बंदूक भी बरामद की गई. भागने वाले का नाम इजरायल बताया, जो उसका पुत्र है. उन्होंने बताया कि इजरायल की तलाश में अलग-अलग टीमें संभावित स्थानों पर रवाना की गई है. मामले में राष्ट्रीय पक्षी की हत्या के साथ ग्रामीणों पर प्राणघातक हमले और आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.