नई दिल्ली/नोएडा: अपनी कीमती वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए लोग बैंकों के लॉकर को सबसे सेफ मानते हैं, लेकिन नोएडा के सेक्टर 51 स्थित सिटीजन कोऑपरेटिव बैंक के लॉकर में सेंधमारी हो गई. और ये सेंधमारी किसी चोर ने नहीं बल्कि दीमकों ने की है. दीमक लॉकर में रखे 5 लाख रुपये और कीमती आभूषण का बॉक्स भी चट कर गए. लॉकर होल्डर की शिकायत पर बैंक के अधिकारी ने आरबीआइ की गाइडलाइन के मुताबिक कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
नोएडा के सेक्टर 51 स्थित सिटीजन कोऑपरेटिव बैंक है. लॉकर होल्डर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके लाकर में पांच लाख रुपये रखे हुए थे. दो-तीन दिन पहले जब वह रुपये निकालने गए तो सारे रुपयों में दीमक लग चुके थे. उनमें से दो लाख रुपये के नोट पूरी तरह से नष्ट हो चुके थे, जबकि तीन लाख रुपये के नोट में जगह-जगह छेद हो गए थे. इसके अलावा कीमती आभूषण का बॉक्स भी दीमकों ने खत्म कर दिया था. बैंक के ब्रांच मैंनेजर ने बैंक की दीवार में सीलन की वजह से रुपयों में दीमक लगने की बात को स्वीकार किया है. उनका कहना है कि बैंक के अन्य लॉकर सुरक्षित हैं.
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बैंक के ब्रांच मैंनेजर आलोक का कहना है कि आरबीआइ की गाइडलाइन के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. बैंक की ओर से एक अनुबंध लॉकर होल्डर को उपलब्ध कराया जाता है. बैंक की ओर लॉकर साइज के मुताबित दो से 12 हजार रुपये तक लॉकर शुल्क के रूप में लिया जाता है. ऐसे में लॉकर में रखे सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी बैंक प्रबंधन की होती है. इसमें जरूरी दस्तावेज, संपत्ति के कागजात, कीमती आभूषण सहित अन्य वस्तुएं रखी जा सकती हैं, लेकिन आरबीआइ गाइडलाइन नोट नहीं रखे जा सकते.
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