पटना : बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू के कार्यालय में शुक्रवार को हंगामा देखने को मिला. 2022 में हटाए गए 425 प्रखंड परियोजना सहायक नौकरी की मांग को लेकर काफी देर तक हंगामा मचाया. जेडीयू कार्यालय में आज समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी और मंत्री अशोक चौधरी पहुंचे थे. इसी दौरान यह बवाल देखा गया.
2019 में हुई थी बहाली 2022 में हटा दिया गया : समाज कल्याण विभाग द्वारा ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर, डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर, जिला प्रोजेक्ट असिस्टेंट और प्रखंड परियोजना सहायक की बहाली 2019 में की गई थी. हालांकि केंद्र सरकार ने उस स्कीम को 2022 में बंद कर दिया. ऐसे में बिहार में भी समाज कल्याण विभाग ने सभी प्रखंड परिवार सहायक को नौकरी से हटा दिया. अब सभी दर-दर भटक रहे हैं. आज अपनी नाराजगी दूर करने के लिए कार्यालय में इन्होंने काफी देर हंगामा किया.
मंत्रियों से मिला आश्वासन : नौकरी की मांग को लेकर पहुंचे प्रखंड परियोजना सहायकों ने मंत्री अशोक चौधरी और मंत्री मदन सहनी को अपनी पीड़ा सुनाई. सभी ने कहा कि 2 साल से हम लोग नौकरी के लिए मंत्री अधिकारी का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने आश्वासन दिया कि हम बैठक करके आप लोगों से बातचीत करेंगे, लेकिन परियोजना सहायक ने कहा कि हम लोग कब तक इंतजार करेंगे.
''मुख्यमंत्री से भी कई बार हम लोग मिल चुके हैं. एक तरफ विभाग 10000 नियुक्ति की बात कर रहा है, लेकिन 425 प्रखंड परियोजना सहायक का समायोजन भी नहीं कर पा रहा है. सभी राजनीति करने में लगे हैं हम लोगों की बात कोई सुन नहीं रहा है. हम लोगों ने 3 साल तक सरकार की सेवा की है.''- अजहरुद्दीन, मोतिहारी से पहुंचे प्रदर्शनकारी
'अब हम क्या करें सरकार बताए' : यहां यह बताना भी जरूरी है कि, बिहार के 425 पूर्व प्रखंड परियोजना सहायकों को पहले भी कई बार आश्वासन मिला है, लेकिन अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई है. इनका यह भी कहना है कि, हम लोगों में अधिकांश की उम्र अब समाप्त हो गई है. ऐसे में हम लोग आगे क्या करें सरकार ही बताए.
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