जींद: ठंड का मौसम शुरू हो चुका है और रातें और सुबह ठंडी होने लगी हैं. ऐसे में ठंड में कोई भी खुले आसमान के नीचे न सोए, इसके लिए रोडवेज व रेडक्रॉस सोसायटी के संयुक्त प्रयास से नए बस अड्डे पर भूतल पर कैंटीन व बेबी फीड सेंटर में अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है. कैंटीन में पुरुष व बेबी फीड सेंटर में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था की गई है. जिसमें गद्दे व कंबल आदि की व्यवस्था की गई है. कैंटीन में 10 से 12 पुरुष यात्री व बेबी फीड सेंटर में छह से सात महिला यात्री रुक सकती हैं.
8 बजे तक रुक सकते हैं राहगीर: अस्थाई रैन बसेरे में जरूरतमंद यात्री रात आठ बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक रुक सकते हैं. यहां रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से एक कर्मचारी व एक रोडवेज कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है. यह कर्मचारी रैन बसेरे में रुकने वाले लोगों के नाम, पता व मोबाइल नंबर सहित अन्य जरूरी जानकारी रजिस्टर में दर्ज कर सकेंगे. रैन बसेरा में केवल लोग आकर रुक सकते हैं, जो बस निकलने एवं अन्य किसी कारण वश से जींद में रह गए हैं.
राहगीर रैन बसेरा में गुजार सकते हैं रात: गौरतलब है कि सर्दी में रात के समय यात्रियों को निर्धारित स्थान पर जाने के लिए बस नहीं मिल पाती. ऐसे में उन्हें ठहरने के लिए मुश्किल होती है. गर्मी में तो यात्री बस स्टैंड परिसर में बने बेंच व सोकर रात गुजार लेते हैं. लेकिन सर्दी में रात के समय ठंड की वजह से यात्रियों को परेशानी होती है. ऐसे में सर्दियों के मौसम को देखते हुए बस स्टैंड परिसर में अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है. अगर किसी यात्री की बस छूट जाती है, या फिर अन्य कोई जरूरतमंद यात्री यहां आकर रुक सकता है.
रेलवे जंक्शन पर नहीं की जा सकी व्यवस्था: रोडवेज व रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से सर्दियों के मौसम में यात्रियों के लिए बस स्टैंड परिसर व रेलवे जंक्शन पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए जाते हैं. आमतौर पर रोडवेज द्वारा कंडम बस मुहैया करवाई जाती है और रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा वहां गद्दे व रजाई की व्यवस्था की जाती है. इस बार रेलवे जंक्शन पर बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके चलते इस बार जंक्शन परिसर के पास रैन बसेरों की व्यवस्था नहीं हो पाई है.
अस्थाई रैन बसेरा: जिला रेडक्रॉस सचिव रवि हुड्डा ने बताया कि बस अड्डा पर रात के समय स्पेशल कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जो यात्रियों के नाम व मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी दर्ज करते हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टैंड परिसर में अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया है. जहां पुरुष व महिला यात्रियों के रुकने के लिए अलग-अलग से व्यवस्था है.
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