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'छोटा बाबू भी फोन नहीं उठा रहा, JDU सांसद की बेचारगी देखिए' - Tejashwi attacks Nitish govt

तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर बाल्मिकीनगर के सांसद का एक वीडियो शेयर कर कहा बिहार के अधिकारियों को किसी का डर नहीं है?

Tejashwi yadav
तेजस्वी यादव. (फाइल फोटो) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 4, 2024, 7:11 PM IST

पटना: नीतीश सरकार पर लंबे समय से अफसरशाही को लेकर सवाल उठते रहे हैं. जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों द्वारा अनदेखी की जाने की शिकायत लंबे समय से बिहार के राजनीतिक गलियारे में आये दिन गूंजती रहती है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्विट कर इस मुद्दे को फिर से गरमा दिया है. उन्होंने बिहार के प्रशासनिक तंत्र पर तीखा हमला करते हुए इसे 'DK-NK मॉडल' करार दिया है.

क्या है मामला: तेजस्वी यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वाल्मीकिनगर के जेडीयू सांसद सुनील कुमार कुशवाहा अफसरशाही की अनदेखी से परेशान नजर आ रहे हैं. सांसद सुनील कुमार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अधिकारियों को बार-बार फोन करते नजर आ रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता. तेजस्वी ने इसे नीतीश सरकार पर तंज कसने का मौका बनाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा बिहार में 'DK-NK मॉडल' चल रहा है. जहां अधिकारी किसी का फोन तक नहीं उठाते.

क्या लिखा है ट्विट मेंः तेजस्वी ने लिखा है, "ये वाल्मीकिनगर से जदयू के सांसद हैं. नौकरशाही से त्रस्त बेचारे सांसद महोदय की बेबसी और बेचारगी देखिए. DM-SP को तो छोड़िये सुबह से फोन किए जा रहे हैं, लेकिन छोटा बाबू भी फोन नहीं उठा रहा. नेताओं को सरकार की बदनामी का डर रहता है, लेकिन DK-NK मॉडल पर चल रहे बिहार के अधिकारियों को किसी का डर नहीं है? CM को तो होश ही नहीं है. CM अपने ही दल के नेताओं के फीडबैक पर काम नहीं करते विपक्ष की तो छोड़ ही दीजिए."

क्या है "डीके-एनके मॉडल": तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार में "डीके-एनके मॉडल" का जिक्र किया है. उसका संदर्भ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में शासन व्यवस्था की उनकी आलोचना से है. डीके का मतलब है "जिला मजिस्ट्रेट (डीएम)" और एनके का मतलब है "नीतीश कुमार." तेजस्वी के अनुसार, यह मॉडल सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच संबंधों में आई दरार को दर्शाता है.

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पटना: नीतीश सरकार पर लंबे समय से अफसरशाही को लेकर सवाल उठते रहे हैं. जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों द्वारा अनदेखी की जाने की शिकायत लंबे समय से बिहार के राजनीतिक गलियारे में आये दिन गूंजती रहती है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्विट कर इस मुद्दे को फिर से गरमा दिया है. उन्होंने बिहार के प्रशासनिक तंत्र पर तीखा हमला करते हुए इसे 'DK-NK मॉडल' करार दिया है.

क्या है मामला: तेजस्वी यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वाल्मीकिनगर के जेडीयू सांसद सुनील कुमार कुशवाहा अफसरशाही की अनदेखी से परेशान नजर आ रहे हैं. सांसद सुनील कुमार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अधिकारियों को बार-बार फोन करते नजर आ रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता. तेजस्वी ने इसे नीतीश सरकार पर तंज कसने का मौका बनाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा बिहार में 'DK-NK मॉडल' चल रहा है. जहां अधिकारी किसी का फोन तक नहीं उठाते.

क्या लिखा है ट्विट मेंः तेजस्वी ने लिखा है, "ये वाल्मीकिनगर से जदयू के सांसद हैं. नौकरशाही से त्रस्त बेचारे सांसद महोदय की बेबसी और बेचारगी देखिए. DM-SP को तो छोड़िये सुबह से फोन किए जा रहे हैं, लेकिन छोटा बाबू भी फोन नहीं उठा रहा. नेताओं को सरकार की बदनामी का डर रहता है, लेकिन DK-NK मॉडल पर चल रहे बिहार के अधिकारियों को किसी का डर नहीं है? CM को तो होश ही नहीं है. CM अपने ही दल के नेताओं के फीडबैक पर काम नहीं करते विपक्ष की तो छोड़ ही दीजिए."

क्या है "डीके-एनके मॉडल": तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार में "डीके-एनके मॉडल" का जिक्र किया है. उसका संदर्भ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में शासन व्यवस्था की उनकी आलोचना से है. डीके का मतलब है "जिला मजिस्ट्रेट (डीएम)" और एनके का मतलब है "नीतीश कुमार." तेजस्वी के अनुसार, यह मॉडल सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच संबंधों में आई दरार को दर्शाता है.

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