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टिहरी डीएम ने राज्यपाल से की शिष्टाचार भेंट, योजनाओं की दी जानकारी - TEHRI DM MEETS GOVERNOR

टिहरी डीएम ने राज्यपाल गुरमीत सिंह से शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान उन्होंने टिहरी जिले में चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी.

Tehri DM met the Governor
टिहरी डीएम ने राज्यपाल से की मुलाकात (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 28, 2024, 9:01 AM IST

टिहरी: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह से टिहरी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने की शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान टिहरी डीएम ने राज्यपाल को जिले की विकास योजनाओं को जानकारी दी. साथ ही टिहरी जिले के पर्यटन स्थलों, आध्यात्मिक केंद्रों और साहसिक पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए एक कॉफी टेबल बुक भेंट की.

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने राज्यपाल को बताया कि टिहरी में महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के लिए पैकेजिंग और ब्रांडिंग में मदद देने के लिए राज्यपाल द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों पर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में कराए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया कि जिले में एक लाख से अधिक लोग एनीमिया से पीड़ित हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं. जनपद में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के सहयोग से 10 मई से 16 अगस्त, 2024 तक विशेष अभियान चलाया गया.

इस अभियान के अंतर्गत स्कूलों और गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर डिजिटल हीमोग्लोबिन जांच की गई, जिसमें 1 लाख 38 हजार से अधिक लोगों का परीक्षण हुआ. जांच में 66 हजार से अधिक लोग एनीमिया ग्रस्तसित पाए गए. इसमें से 38 हजार 673 हल्का एनीमिया, 27 हजार 238 मध्यम एनीमिया तथा 500 गंभीर एनीमिया के पीड़ित पाए गए थे. उन्होंने बताया कि इस अभियान के बाद एनीमिया के मामलों में परिवर्तन देखने को मिला है. हल्के लक्षण वाले 22005 लोग एनीमिया से मुक्त हो चुके हैं. वहीं 27238 मध्यम लक्षण वाले लोगों में से 17321 लोग हल्के लक्षण की केटेगरी में आ गए हैं. 500 गंभीर लक्षण वाले लोगों में से 380 लोग मध्यम लक्षण की केटेगरी में आ गए हैं और यह सुधार निरंतर जारी है.

राज्यपाल ने इस अभियान और पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल के लिए टिहरी जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना की. राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा, पहाड़ी जनपदों में स्वास्थ्य जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है. विशेषकर महिलाओं के लिए, जो कामकाज में अक्सर व्यस्त रहने के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अभियान अन्य जिलों में भी चलाए जाने चाहिए और अन्य जिलों से भी यह अपेक्षा की.
पढ़ें-राज्यपाल गुरमीत सिंह ने 'वाइब्रेंट विलेज' के ग्रामीणों से की बात, सेब की विभिन्न किस्मों से हुए रूबरू

टिहरी: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह से टिहरी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने की शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान टिहरी डीएम ने राज्यपाल को जिले की विकास योजनाओं को जानकारी दी. साथ ही टिहरी जिले के पर्यटन स्थलों, आध्यात्मिक केंद्रों और साहसिक पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए एक कॉफी टेबल बुक भेंट की.

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने राज्यपाल को बताया कि टिहरी में महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के लिए पैकेजिंग और ब्रांडिंग में मदद देने के लिए राज्यपाल द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों पर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में कराए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया कि जिले में एक लाख से अधिक लोग एनीमिया से पीड़ित हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं. जनपद में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के सहयोग से 10 मई से 16 अगस्त, 2024 तक विशेष अभियान चलाया गया.

इस अभियान के अंतर्गत स्कूलों और गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर डिजिटल हीमोग्लोबिन जांच की गई, जिसमें 1 लाख 38 हजार से अधिक लोगों का परीक्षण हुआ. जांच में 66 हजार से अधिक लोग एनीमिया ग्रस्तसित पाए गए. इसमें से 38 हजार 673 हल्का एनीमिया, 27 हजार 238 मध्यम एनीमिया तथा 500 गंभीर एनीमिया के पीड़ित पाए गए थे. उन्होंने बताया कि इस अभियान के बाद एनीमिया के मामलों में परिवर्तन देखने को मिला है. हल्के लक्षण वाले 22005 लोग एनीमिया से मुक्त हो चुके हैं. वहीं 27238 मध्यम लक्षण वाले लोगों में से 17321 लोग हल्के लक्षण की केटेगरी में आ गए हैं. 500 गंभीर लक्षण वाले लोगों में से 380 लोग मध्यम लक्षण की केटेगरी में आ गए हैं और यह सुधार निरंतर जारी है.

राज्यपाल ने इस अभियान और पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल के लिए टिहरी जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना की. राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा, पहाड़ी जनपदों में स्वास्थ्य जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है. विशेषकर महिलाओं के लिए, जो कामकाज में अक्सर व्यस्त रहने के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अभियान अन्य जिलों में भी चलाए जाने चाहिए और अन्य जिलों से भी यह अपेक्षा की.
पढ़ें-राज्यपाल गुरमीत सिंह ने 'वाइब्रेंट विलेज' के ग्रामीणों से की बात, सेब की विभिन्न किस्मों से हुए रूबरू

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