अजमेर: राज खसरा गिरदावरी एप में आ रही तकनीकी और व्यवहारिक समस्याएं दूर करने की मांग को लेकर प्रदेश के पटवारी गत 2 दिन से कार्य बहिष्कार पर है. अब बुधवार से राजस्थान पटवार संघ ने एप ठीक नहीं होने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की है. इसके चलते तहसीलों में काम प्रभावित हो रहा है. बारिश में किसानों को फसलों में हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए गिरदावरी का काम भी अटक रहा है.
राजस्थान पटवार संघ के जिला अध्यक्ष दीपक चौधरी ने बताया कि समस्या के समाधान को लेकर उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत भी करवाया गया. गत 22 अगस्त को हुई बैठक में अतिरिक्त सेटेलमेंट कमिश्नर की ओर से समस्याओं को वाजिब मानकर उनके शीघ्र समाधान का आश्वसन दिया गया था, लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ. इस पर पटवार संघ ने गत 9 सितंबर से प्रदेश में गिरदावरी के बहिष्कार का निर्णय लिया गया था.
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जस की तस है एप में समस्या: चौधरी ने बताया कि 25 दिन बीत जाने के बाद भी एप में समस्या जस की तस है. उन्होंने बताया कि विरोधस्वरूप बीते 2 दिन समस्त तहसीलों में पटवारियों ने कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया था. अब यह आंदोलन एप ठीक होने तक अनिश्चितकालीन जारी रहेगा.
पटवारियों को एप पर आ रही है दिक्कत: चौधरी ने बताया कि राज खसरा गिरदावरी एप खसरे पर खड़े होने के बावजूद एप बताता है कि लोकेशन ली जा रही है. एक एक खसरे की गिरदावरी करने में एक एक घण्टे का समय लग रहा है. राजस्थान पटवार संघ की मांग है कि बफर जोन 50 मीटर से बढ़ाकर 350 मीटर किया जाए.
पहले का राजस्व अधिकारी एप ठीक था: संघ के महामंत्री हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि 2022 तक राजस्व अधिकारी एप के जरिए गिरदावरी कार्य किया जा रहा था. इस एप के जरिए कभी कोई समस्या पटवारी को नहीं आई, लेकिन 2023 से खरीफ की फसल से राज खसरा गिरदावरी एप राज्य सरकार लेकर आई. इसमें गिरदावरी करना काफी मुश्किल हो गया है. एप खुलने में समय लेता है. एप में इंडेक्स खुलता है, जिसके आगे कोई डिटेल भी नहीं है. एप में कुआं, रास्ता या गैर मुमकिन खसरों की जानकारी नहीं है. ऐसे में त्रुटि होने की संभावना बनी रहती है.