रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्कूल खुल चुके हैं. बच्चों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है लेकिन सरकारी स्कूलों में टीचर की कमी है. कुछ स्कूलों ने शिक्षकों की कमी की वजह से संबंधित विषयों में एडमिशन लेने से भी मना कर दिया है. महासमुंद के मोहदा में भी यही हालात हैं. अब इस परेशानी का हल निकालने के लिए सीएम जनदर्शन कार्यक्रम में आवेदन दिया गया है.
महासमुंद के हायर सेकेंड्री स्कूल में साइंस का एक भी टीचर नहीं: दरअसल महासमुंद के शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहदा में व्याख्याता के 7 पद खाली हैं. इस स्कूल में साइंस का एक भी व्याख्याता नहीं है. लिहाजा शाला विकास समिति ने सीएम से मिलतर टीचर की नियुक्ति की मांग की है. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शाला विकास समिति के अध्यक्ष गाड़ा राय साहू ने बताया कि स्कूल का सत्र शुरू हो चुका है. टीचर ना होने की वजह से बच्चों का भविष्य अंधकार में है.
''अभी स्कूलों में साइंस के छात्रों को एडमिशन नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि साइंस के टीचर नहीं हैं. अन्य शिक्षकों की भी स्कूल में कमी है. हमने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि एक हफ्ते के अंदर इस स्कूल में 7 व्याख्याता दिए जाएं.'' -गाड़ा राय साहू, अध्यक्ष, शाला विकास समिति, मोहदा
टीचर्स की कमी से छात्रों को परेशानी: सीएम जनदर्शन में दिए आवेदन में लिखा गया है कि शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहदा में सत्र 2023-24 से कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक कुल 280 छात्र/छात्रायें हैं. इस विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण परेशानी हो रही है. यहां विज्ञान संकाय को संचालित करना संभव नहीं है.
वर्तमान में शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहदा में 5 व्याख्याता हैं. स्कूल में जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन, राजनीति विज्ञान और वाणिज्य के एक-एक व्याख्याता के पद खाली हैं. हिंदी के लिए भी दो व्याख्याताओं की कमी है.