बीकानेर: हर साल शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों को सम्मानित की जाने की परंपरा चलती आ रही है. शिक्षा विभाग में एक प्रक्रिया के तहत इन शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए चयन किया जाता है और उसके बाद में शिक्षा विभाग की ओर से चयनित शिक्षकों के नाम शिक्षक सम्मान सूची में शामिल करते हुए सूची को जारी किया जाता है.
ऐन वक्त पर हटाए नाम : हलांकि, बुधवार को शिक्षा विभाग की ओर से ऐन वक्त पर तीन नाम को सूची से विलोपित यानी कि हटाने के निर्देश जारी किए गए हैं. इस बारे में माध्यमिक शिक्षा निदेशक से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
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शिकायत को बताया कारण : दरअसल, जिन शिक्षकों के नाम हटाए गए हैं. उनमें दो जोधपुर जिले के और एक नागौर जिले का शिक्षक है. दरअसल, शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों के नाम हटाने के आदेश जारी करने के साथ ही कारण में विभिन्न स्रोतों से इन शिक्षकों के खिलाफ शिकायत प्राप्त होने की बात कही गई है.
तय प्रक्रिया से ही होता है नाम : दरअसल, शिक्षक सम्मान सूची के जारी होने से पहले एक प्रक्रिया शिक्षक के आवेदन से शुरू होता है. इसके बाद स्कूल प्रधान एसडीएमसी इसकी अभिशंषा करते हैं और उसके बाद सीबीईओ और DEO स्तर से होती हुई पत्रावली संयुक्त निदेशक के स्तर से होते हुए निदेशालय पहुंचती है. इसके बाद निदेशालय स्तर पर स्कूटनी के बाद नाम तय होता है.
आचरण को लेकर शिकायत : खुले तौर पर शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी इस मामले में टिप्पणी नहीं दे रहा है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जोधपुर के शिक्षकों के खिलाफ विभागीय स्तर पर कार्रवाई होने के चलते उनके नाम को हटाया गया है. शिक्षा निदेशालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सम्मान सूची से इन शिक्षकों के नाम को हटाया गया है, लेकिन यदि समय रहते उनके खिलाफ शिकायतों के जांच झूठी पाई जाती है तो इनका सम्मान किया जाएगा.