रुद्रप्रयाग: शिक्षकों को विकल्प के अनुरूप विद्यालयों में स्थानान्तरण का लाभ न मिलने से नाराज प्राथमिक एवं जूनियर के शिक्षकों ने विरोध दर्ज करते हुए सीडीओ कार्यालय में जमकर नारेबाजी की. समिति पर मनमाने नियमों को थोपने का आरोप लगाया. आक्रोशित शिक्षकों ने आंदोलन करने का भी ऐलान किया है.
रविवार को जिले के प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षक काउंसलिंग के लिए मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में पहुंचे. जहां मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में स्थानान्तरण समिति ने काउंसलिंग शुरू की. अधिनियम की व्यवस्था के अनुरूप सर्व प्रथम सुगम क्षेत्र से दुर्गम क्षेत्र के शिक्षकों के स्थानान्तरण होने थे, जिन्हें विभाग द्वारा प्रदर्शित की गई दुर्गम श्रेणी के रिक्त पद पर स्थानान्तरण किया जाना था. इसी तरह अनुरोध के आधार पर विधवा, विकलांग, गंभीर क्षेत्र से पीड़ित शिक्षकों के स्थानान्तरण होने थे, मगर समिति के अध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गृह विकाखण्ड में रिक्त पद होते हुए स्थानान्तरण में मनाही कर डाली. जिसका शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया.
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिव सिंह पंवार, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह झिंक्वाण, महामंत्री दिनेश भट्ट ने रिक्तियां सार्वजनिक होने के बावजूद भी एक्ट के अनुरूप स्थानान्तरण का लाभ न दिये जाने पर आपत्ति दर्ज की तथा लिखित विरोध पत्र सौंपते हुए समिति की मनमानी का विरोध किया. साथ ही काउंसिलिंग को एक्ट से हटकर बताते हुए जबरन नियमों से हटकर कार्य करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा गृह विकास खण्ड की बाध्यता, अनिवार्य स्थानान्तरण एवं अनुरोध पर भी लागू कर एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है. इस बीच शिक्षक-शिक्षिकाओं में आक्रोश बढ़ गया. सीडीओ कार्यालय में समिति के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की गई.
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह झिंक्वाण ने कहा अधिनियम से बढ़कर कोई नहीं है. अधिनियम का उल्लंघन किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. स्थानान्तरण समिति को शिक्षकों के विकल्पों के आधार पर स्थानान्तरण प्रदान करना होगा. बेवजह समिति अपने नियम शिक्षकों पर थोपने की कोशिश ना करें. उन्होंने कहा समिति की ओर से शिक्षकों से जबरन लिखवाकर विकल्पों के विरूद्ध स्थानान्तरण किया जा रहा है. समिति ने इसमें सुधार करे, नहीं तो शिक्षक आंदोलन के लिए मजबूर होंगे.