जयपुर: राजस्थान शिक्षा विभाग एक बड़ा फेरबदल करने में जुटा है. शिक्षक संगठनों में चर्चा है कि प्रदेश के कई शिक्षकों को विभाग इधर-उधर करने की तैयारी कर रहा है. इस चर्चा के बीच सोशल मीडिया पर तबादले का एक फॉर्मेट वायरल हो रहा है. जिसमें शिक्षा मंत्री की ओर से जनप्रतिनिधियों से शिक्षकों के तबादले की प्रस्ताव मांगे गए हैं. हालांकि इस फॉर्मेट को शिक्षा मंत्री ने पिछली सरकार का बताया है.
राजस्थान के कई स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक मौजूद हैं. वहीं कुछ ऐसे हैं जहां शिक्षकों का टोटा है. इसे लेकर शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों की कमी पूरी करने के चलते 37 हजार शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में लगाए जाने की ओर इशारा भी किया था. माना जा रहा है कि राजस्थान में स्कूल क्रमोन्नत होने या फिर महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदलने से करीब 37 हजार शिक्षक एक्स्ट्रा हो चुके थे. जिन्हें समायोजित किया जाएगा. शिक्षा विभाग जिन स्कूलों में टीचर्स की कमी है, वहां अतिरिक्त शिक्षकों को भेजने की तैयारी कर रहा है. बीते दिनों शिक्षा मंत्री ने पौधारोपण कार्यक्रम का लक्ष्य देते हुए शिक्षकों को ट्रांसफर मेरिट में 5 अंक एक्स्ट्रा देने का एलान भी किया था.
इस बीच सोशल मीडिया पर ट्रांसफर का एक फॉर्मेट वायरल भी हुआ. जिससे शिक्षा विभाग के गलियारों में हलचल मच गई. इस फॉर्मेट में कर्मचारी के पदस्थापन का स्थान, एम्पलाई आईडी जैसी जनप्रतिनिधियों से जानकारी मांगी गई है. हालांकि शिक्षा मंत्री ने इस फॉर्मेट को पिछली सरकार का बताया है और कहा है कि शिक्षा विभाग में किसी तरह के तबादले प्रस्ताव नहीं मांगे गए हैं. क्योंकि फिलहाल स्थानांतरण पर प्रतिबंध लगा हुआ है. हालांकि इस फॉर्मेट में भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के प्रस्ताव का जिक्र नहीं है. जिस पर शिक्षक संगठनों ने विरोध भी शुरू किया है. आगामी दिनों में होने वाले शिक्षक दिवस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान भी किया है.