दंतेवाड़ा : दर्दनाक सड़क हादसे में शिक्षिका की जान चली गई. शिक्षिका का नाम हेमा सिंह है. जो प्राथमिक शाला कोटवार पारा श्यामगिरी, कुआकोंडा में अपनी सेवाएं दे रही थी. जानकारी के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ, जब शिक्षिका कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वापस लौट रही थी. हेमा सिंह मूल रूप से जांजगीर चांपा की रहने वाली थी.हादसे के बाद शिक्षिक परिवार में शोक की लहर है.
कलेक्टोरेट ज्ञापन देने पहुंची थी शिक्षिका : पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने बीएड योग्यताधारियों को सहायक शिक्षक पद के अयोग्य कर दिया था, जिसकी वजह से प्रदेश के 3000 बीएड योग्यताधारी सहायक शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा था. जानकारी के मुताबिक हेमा सिंह का चयन हाल ही में हुई सीधी भर्ती परीक्षा के तहत सहायक शिक्षक के रुप में हुआ था. बीएड योग्यताधारी हेमा सिंह की पोस्टिंग दंतेवाड़ा के कुंआकोंडा में हुई थी. इसी फैसले को लेकर हेमा जिले के अन्य शिक्षकों के साथ कलेक्टर ज्ञापन देने पहुंची थी.
कलेक्टोरेट से वापस लौटते वक्त हादसा : हेमा सिंह अपने साथी शिक्षकों के साथ कलेक्टर कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने गई थी. स्कूल की समय खत्म होने के बाद सभी शिक्षक कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, वहां से जब वो लौट रहे थे, तभी करीब शाम 5.30 बजे बचेली-सुकमा रोड में सात धार अंधा मोड़ के पास शिक्षिका हेमा सिंह की स्कूटी को तेज रफ्तार बोलेरो ने टक्कर मार दी.जिससे मौके पर ही हेमा की मौत हो गई.
परिजनों को बाद में मिली सूचना : खबर लिखे जाने तक शव को दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में ले जाया गया था.वहीं परिजनों को जांजगीर में सूचना दे दी गयी थी.सूचना पर जांजगीर से परिजन भी दंतेवाड़ा के लिए रवाना हो गए हैं. इधर शिक्षकों ने घटना पर शोक जताया है. हालांकि जब हादसा हुआ, तो शिक्षिका के परिजनों की जानकारी किसी को नहीं थी. जिसके बाद कुआंकोंडा के ब्लाक अध्यक्ष ने फेडरेशन के व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज डाला गया.इसके बाद जांजगीर के सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष रविंद्र राठौर ने सक्रियता दिखायी और परिजनों को संपर्क किया. इसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी मिली.
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