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Rajasthan: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में नियुक्ति के नाम पर प्राइवेट टीचर ने साथी शिक्षक से ठगे 38 लाख 37 हजार रुपए

अजमेर में एक प्राइवेट शिक्षक ने दूसरे शिक्षक को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में नियुक्ति दिलाने के नाम पर 38 लाख 37 हजार रुपए ठग लिए.

Fraud In The Name of Appointment
प्राइवेट टीचर ने साथी शिक्षक से की लाखों की ठगी (ETV Bharat Ajmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

अजमेर: राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर शिक्षक से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. शिक्षक के साथ धोखाधड़ी करने वाला भी शिक्षक है. जिसने 38 लाख 87 हजार रुपए हड़प लिए. आरोपी का शिक्षक के साथ एक अभ्यर्थी को पास करने का 8 लाख रुपए में सौदा हुआ था. वहीं ठग की बातों में आकर पीड़ित शिक्षक ने अपने अन्य परिचत लोगों को भी ठग से मिला दिया था.

टीचर भर्ती में नियुक्ति के नाम पर ठगे लाखों रुपए (ETV Bharat Ajmer)

क्लॉक टावर थाना प्रभारी दिनेश चौधरी ने बताया कि मलुसर रोड निवासी नरेंद्र पाल ने थाने में शिकायत दी है कि 2021 में वह न्यू मॉडल सेकेंडरी स्कूल में नौकरी के लिए गया था. जहां स्कूल में भानु प्रताप नाम के एक शिक्षक से उसकी मुलाकात हुई थी. भानु प्रताप जयपुर रोड स्थित मीर शाह अली क्षेत्र में अपनी बहन के मकान में रहता था. भानू प्रताप के झांसे में आकर उसने और उसके परिचितों ने आरोपी को पैसे दिए थे. इसके बाद जब आरोपी से संपर्क किया, तो वह 2 माह पहले से फरार है. वहीं आरोपी की बहन के घर पर भी ताला लगा हुआ है. पीड़ित शिक्षक ने पुलिस को बताया कि आरोपी से अच्छी जान पहचान हो गई थी, उसके घर भी उसका आना-जाना था.

पढ़ें: संविदाकर्मी भर्ती घोटाला : गुजराती कंपनी ने राजस्थान में बिछाया था ऐसा जाल, नोटों की चमक में चलता रहा भर्तियों का सिलसिला

आरपीएससी में अधिकारी परिचित: उन्होंने बताया कि आरोपी भानु प्रताप ने उसे झांसा दिया था कि आरपीएससी में उसका एक अधिकारी परिचित है. 2018 में निकली शिक्षक भर्ती में कुछ अभ्यार्थियों को उसने नियुक्तियां दिलवाई थी. जबकि एक वेटिंग लिस्ट अभी ओर भी बाकी है. आरोपी ने झांसा दिया कि यदि कोई B.Ed धारी है तो उसे नियुक्ति दिलवा दी जाएगी.

पढ़ें: श्रीगंगानगर में सुरक्षा गार्ड और सुपरवाइजर चयन भर्ती के नाम पर बेरोजगारों से ठगी

दोस्त के साथ परिचितों को भी फांसा: पीड़ित ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसके दोस्त हर्ष चौहान की बहन, रोशन भैरू और हरिवंश सिंह की पत्नी को भी उसने आरोपी से मिलवाया था. ये सभी बीएड हैं. आरोपी ने उन्हें झांसा दिया कि आरपीएससी में अधिकारी से बात कर ली गई है. अधिकारी ने पैसा मांगा है जो उसे जल्दी देना होगा. पीड़ित ने आरोपी को नवंबर 2021 से अगस्त 2023 तक ऑनलाइन और कैश के माध्यम से 38 लाख 37 हजार दिए थे.

पढ़ें: अखबार में विज्ञापन के जरिए जिला परिषद में भर्ती के नाम पर सैकड़ों युवाओं से ठगी, संचालक को पुलिस ने पकड़ा

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे कहा था कि एक साल में 2018 वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट आने वाली है उसमें सभी का नाम आ जाएगा. साल भर भी लिस्ट नहीं आई, तब वीडियो से पैसा मांगा, तो उसने कहा कि दो-तीन महीने में वह सब के पैसे लौटा देगा. लेकिन वह आगरा भाग गया. वहीं बहन के घर पर भी ताला लगा हुआ है. पीड़ित शिक्षक की शिकायत दर्ज कर क्लॉक टावर थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

अजमेर: राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर शिक्षक से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. शिक्षक के साथ धोखाधड़ी करने वाला भी शिक्षक है. जिसने 38 लाख 87 हजार रुपए हड़प लिए. आरोपी का शिक्षक के साथ एक अभ्यर्थी को पास करने का 8 लाख रुपए में सौदा हुआ था. वहीं ठग की बातों में आकर पीड़ित शिक्षक ने अपने अन्य परिचत लोगों को भी ठग से मिला दिया था.

टीचर भर्ती में नियुक्ति के नाम पर ठगे लाखों रुपए (ETV Bharat Ajmer)

क्लॉक टावर थाना प्रभारी दिनेश चौधरी ने बताया कि मलुसर रोड निवासी नरेंद्र पाल ने थाने में शिकायत दी है कि 2021 में वह न्यू मॉडल सेकेंडरी स्कूल में नौकरी के लिए गया था. जहां स्कूल में भानु प्रताप नाम के एक शिक्षक से उसकी मुलाकात हुई थी. भानु प्रताप जयपुर रोड स्थित मीर शाह अली क्षेत्र में अपनी बहन के मकान में रहता था. भानू प्रताप के झांसे में आकर उसने और उसके परिचितों ने आरोपी को पैसे दिए थे. इसके बाद जब आरोपी से संपर्क किया, तो वह 2 माह पहले से फरार है. वहीं आरोपी की बहन के घर पर भी ताला लगा हुआ है. पीड़ित शिक्षक ने पुलिस को बताया कि आरोपी से अच्छी जान पहचान हो गई थी, उसके घर भी उसका आना-जाना था.

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आरपीएससी में अधिकारी परिचित: उन्होंने बताया कि आरोपी भानु प्रताप ने उसे झांसा दिया था कि आरपीएससी में उसका एक अधिकारी परिचित है. 2018 में निकली शिक्षक भर्ती में कुछ अभ्यार्थियों को उसने नियुक्तियां दिलवाई थी. जबकि एक वेटिंग लिस्ट अभी ओर भी बाकी है. आरोपी ने झांसा दिया कि यदि कोई B.Ed धारी है तो उसे नियुक्ति दिलवा दी जाएगी.

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दोस्त के साथ परिचितों को भी फांसा: पीड़ित ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसके दोस्त हर्ष चौहान की बहन, रोशन भैरू और हरिवंश सिंह की पत्नी को भी उसने आरोपी से मिलवाया था. ये सभी बीएड हैं. आरोपी ने उन्हें झांसा दिया कि आरपीएससी में अधिकारी से बात कर ली गई है. अधिकारी ने पैसा मांगा है जो उसे जल्दी देना होगा. पीड़ित ने आरोपी को नवंबर 2021 से अगस्त 2023 तक ऑनलाइन और कैश के माध्यम से 38 लाख 37 हजार दिए थे.

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पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे कहा था कि एक साल में 2018 वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट आने वाली है उसमें सभी का नाम आ जाएगा. साल भर भी लिस्ट नहीं आई, तब वीडियो से पैसा मांगा, तो उसने कहा कि दो-तीन महीने में वह सब के पैसे लौटा देगा. लेकिन वह आगरा भाग गया. वहीं बहन के घर पर भी ताला लगा हुआ है. पीड़ित शिक्षक की शिकायत दर्ज कर क्लॉक टावर थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

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