गोरखपुर : जिले के एक गांव में छठी कक्षा के एक छात्र को गुरुजी का चरण स्पर्श न करना भारी पड़ गया. पैर न छूने से नाराज शिक्षक ने छात्र को इस कदर पीटा कि उसकी आंख की झिल्ली फट गई. परिजनों का आरोप है कि शिक्षक ने पिटाई करने के साथ ही छात्र को जातिसूचक शब्द भी कहे. छात्र के पिता की तहरीर आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं शिक्षक का कहना है कि आरोप निराधार हैं.
मामला उरूवा थाना क्षेत्र के मुरारपुर गांव का है. यहां रहने वाले अकलजीत का बेटा कंपोजिट विद्यालय में छठी कक्षा का छात्र है. उसका आरोप है कि 27 मार्च को इंटरवल के दौरान स्कूल के हेड मास्टर और गणित के शिक्षक रमाशंकर पांडेय क्लास लेने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने चरण छूकर प्रणाम करने के लिए बोला, लेकिन किसी कारणवश वह ऐसा नहीं कर सका. इस बात से नाराज शिक्षक ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसकी जमकर पिटाई कर दी और उठाकर जमीन पर पटक दिया. जिससे उसकी एक आंख का पर्दा खराब हो गया है. इसके अलावा उसकी पीठ और सिर में चोटें भी आई हैं.
इस मामले में आरोपी हेड मास्टर रमाशंकर पांडेय का कहना है कि उस दिन दो छात्रों के बीच मारपीट हो रही थी. जब मैंने देखा तो दोनों को अपने पास बुलाया और डांटते हुए समझा बुझाकर वापस भेज दिया. आरोप इसलिए भी बुनियाद हैं कि अगले ही दिन छात्र परीक्षा देने स्कूल आया था. हालांकि मामला 27 तारीख का है और न जाने क्यों 3 दिन बाद किसी के कहने पर मेरे खिलाफ गलत आरोप लगाया जा रहा है. एसपी साउथ जितेंद्र कुमार का कहना है कि छात्र के पिता की तरफ से 31 तारीख को तहरीर मिली थी. इसमें शिक्षक पर आरोप लगाए गए हैं. मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच कराई जा रही है. दोषी पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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