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उत्तरकाशी रामलीला में तस्दीक खान बने कौमी एकता की मिसाल, हर साल देते हैं कई क्विंटल फल

उत्तरकाशी रामलीला में तस्दीक खान ने कौमी एकता की मिसाल कायम की है. वो हर साल अशोक वाटिका के लिए कई क्विंटल फल देते हैं.

UTTARKASHI RAMLILA
उत्तरकाशी रामलीला (PHOTO- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 8, 2024, 5:26 PM IST

उत्तरकाशी: जनपद मुख्यालय में चल रही रामलीला कौमी एकता की मिसाल है. स्थानीय सब्जी मंडी के सचिव तस्दीक खान 14 सालों से अशोक वाटिका के लिए प्रति वर्ष करीब 5 से 6 क्विंटल फल देते हैं और तन, मन, धन से राम सेवा कर रहे हैं. वर्तमान में तस्दीक खान रामलीला समिति में वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी हैं. इस रामलीला का मंचन पिछले 73 सालों से हो रहा है.

उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आजकल गढ़वाली भाषा में रामलीला का मंचन किया जा रहा है. अपनी भाषा अपनी बोली के संरक्षण संवर्धन के लिए पिछले 4 सालों से अपनी बोली और भाषा में रामलीला का आयोजन हो रहा है, लेकिन रामलीला में तस्दीक खान ऐसा सेवाकार है, जो मुस्लिम समुदाय से है और राम भक्त है.

तस्दीक खान बने कौमी एकता के मिसाल (video-ETV Bharat)

स्थानीय सब्जी मंडी के सचिव तस्दीक खान ने बताया कि जब रसखान कृष्ण भक्त हो सकते हैं, तो तस्दीक खान राम भक्त क्यों नहीं हो सकता. मैं राम भक्त हूं और हमेशा राम भक्त ही रहूंगा. भगवान श्री राम हमेशा सत्य के रास्ते पर चले और हमें भी राम के आदर्शों पर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं संदेश देना चाहता हूं कि जो मुस्लिम भाई रास्ता भटक गए हैं, वो सत्य के मार्ग पर चलें.

उत्तरकाशी रामलीला समिति के पदाधिकारी और पात्रों ने बताया कि तस्दीक खान एक सच्चे राम भक्त हैं, वो पिछले 14 सालों से रामलीला समिति से जुड़े हुए हैं और राम सेवा का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से विशेष समुदाय और अन्य समुदाय लोगों के अंदर द्वेष की भावना उत्पन्न हो रही है. ऐसे में तस्दीक खान समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.

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उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आजकल गढ़वाली भाषा में रामलीला का मंचन किया जा रहा है. अपनी भाषा अपनी बोली के संरक्षण संवर्धन के लिए पिछले 4 सालों से अपनी बोली और भाषा में रामलीला का आयोजन हो रहा है, लेकिन रामलीला में तस्दीक खान ऐसा सेवाकार है, जो मुस्लिम समुदाय से है और राम भक्त है.

तस्दीक खान बने कौमी एकता के मिसाल (video-ETV Bharat)

स्थानीय सब्जी मंडी के सचिव तस्दीक खान ने बताया कि जब रसखान कृष्ण भक्त हो सकते हैं, तो तस्दीक खान राम भक्त क्यों नहीं हो सकता. मैं राम भक्त हूं और हमेशा राम भक्त ही रहूंगा. भगवान श्री राम हमेशा सत्य के रास्ते पर चले और हमें भी राम के आदर्शों पर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं संदेश देना चाहता हूं कि जो मुस्लिम भाई रास्ता भटक गए हैं, वो सत्य के मार्ग पर चलें.

उत्तरकाशी रामलीला समिति के पदाधिकारी और पात्रों ने बताया कि तस्दीक खान एक सच्चे राम भक्त हैं, वो पिछले 14 सालों से रामलीला समिति से जुड़े हुए हैं और राम सेवा का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से विशेष समुदाय और अन्य समुदाय लोगों के अंदर द्वेष की भावना उत्पन्न हो रही है. ऐसे में तस्दीक खान समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.

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