चंपावत: आखिरकार 17 दिन बाद टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे स्वाला के पास आवाजाही के लिए खोल दी गई है. जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही भू-धंसाव के स्थायी समाधान को लेकर तैयार किए जा रहे प्रस्तावों के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
13 सितंबर को हो गई थी हाईवे बंद: बता दें कि बीती 13 सितंबर को चंपावत में बारिश के चलते कई सड़कें बंद हो गई थी. इसके तहत टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 9 भी स्वाला में भारी मलबा आने से बंद हो गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग लगातार सड़क खोलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबा और पानी के रिसाव के चलते सड़क खोलने में परेशानी आ रही है. ऐसे में आज यानी 29 सितंबर को बमुश्किल छोटे, बड़े और भार वाहक वाहनों के लिए खोल दिया गया है.
वहीं, कुमाऊं कमिश्नर और सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने एनएच 9 (स्वाला) का स्थलीय निरीक्षण किया. जहां उन्होंने भूस्खलन के स्थायी समाधान को लेकर तैयार किए जा रहे प्रस्तावों के बारे में एनएच और कंसल्टेंसी एजेंसी टीएचडीसी के अधिकारियों से ली जानकारी. इस दौरान कमिश्नर रावत ने कहा कि आवागमन में एतियातन सावधानी और निगरानी रखी जाए. टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पहले से ही संवेदनशील था. पिछले दिनों हुई भारी बारिश की वजह से मलबा आ गया था. जिससे यह हाईवे अति संवेदनशील हो गया.
पानी के रिसाव से कमजोर हो रही पहाड़ी: टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे स्वाला के किलोमीटर 106-300 में भी धंस रही है. साथ ही पहाड़ी से लगातार मलबा भी गिर रहा है. लगातार हो रहे पानी के रिसाव से पहाड़ी लगातार कमजोर होती जा रही है. एनएच की ओर से इसे लगातार खोला जा रहा है. उन्होंने कहा कि सुरक्षात्मक कार्य में यह मार्ग पहले से चयनित था, इसका स्थायी समाधान को लेकर प्लान तैयार किया गया है. जल्द ही पहाड़ी के ऊपरी क्षेत्र और सड़क के नीचे ट्रीटमेंट के कार्य किए जाएंगे.
इस मार्ग को स्थिर करने के लिए ढाल को घटाया जाएगा. सड़क पर गिरे मलबे को किनारे ही डाला जाएगा, जिससे इस सड़क को स्थिरता प्रदान हो सके. वहीं, हाईवे यातायात के लिए खोल दिया गया है, लेकिन सावधानी और सुरक्षात्मक तरीके से आवाजाही कराई जाएगी. इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कमिश्नर रावत को स्वाला में किए जा रहे पहाड़ी के स्थायी ट्रीटमेंट कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
क्या बोले एनएच के इंजीनियर: वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य अभियंता दयानंद ने बताया कि स्वाला एक सक्रिय स्लाइड जोन है. इसके स्थायी समाधान के लिए लगातार काम किया जा रहा है. बीते दिनों हुई बारिश से पहाड़ी में जगह-जगह जल रिसाव हो रहा है. जिसके चलते 25 मीटर के हिस्से में भू-धंसाव हुआ. जो बार-बार हाईवे को बंद कर रहा था. सड़क को सुचारू किए जाने और भू-धंसाव को रोकने के लिए रैंप निर्माण व एंकरिंग निर्माण किया गया. जिसके बाद ही मार्ग यातायात के लिए तैयार किया जा सका.
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