नई दिल्ली: दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप पर एक बार फिर डिमोलिशन का खतरा मंडरा रहा है. पाकिस्तानी हिंदू प्रवासी परिवार पहले पाकिस्तान से उजाड़े गए, अब यहां भी उनके सिर से छत छिनने का खतरा है. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की ओर से घर हटाने का जब से नोटिस जारी हुआ है तब से यहां रहने वाले लोग चिंतित नजर आ रहे हैं. वहीं, नोटिस में 13 और 14 जुलाई को कार्रवाई करने की बात लिखी गई है.
पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप में रहने वाले प्रधान धर्मवीर ने बताया कि कुछ महीने पहले भी यहां डिमोलेशन के नोटिस लगाए गए थे. अब फिर दोबारा नोटिस लगाया गया है, इसके बाद लोगों की चिंताएं बढ़ गई है. हालांकि, पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप के प्रधान धर्मवीर ने कुछ दस्तावेज दिखाए, जिसमें हाईकोर्ट की एक कॉपी भी दिखाई, जिससे यह सुनिश्चित हो रहा है कि इस जमीन पर आने वाले 8 सितंबर 2024 तक कोई कार्यवाही नहीं होगी.
बता दें, जिस तरीके से सिविल लाइन इलाके में डिमोलेशन हुआ उसके बाद यहां हिन्दू शरणार्थियों की चिंताएं बढ़ रही है. अब उन्हें भी घर से बेघर होने का डर सताने लगा है. कैंप में रहने वाले शरणार्थियों का कहना है कि उन्हें या तो कोई स्थाई जगह दी जाए या फिर उन्हें यहां से उजारा न जाए. क्योंकि भारतीय नागरिकता की दस्तावेज इसी एड्रेस प्रूफ से बना रहे हैं. साथ ही बच्चे स्कूलों में शिक्षा ग्रहण रहे हैं. यदि यहां से दूसरी जगह भेजा जाएगा तो काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.