लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब पार्टी से पूरी तरह से किनारा कर लिया है. पिछले दिनों उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देते हुए अखिलेश यादव को पत्र लिखा था. इसके कुछ दिन बाद उन्होंने नई पार्टी के गठन का ऐलान भी किया था.
अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी की विधान परिषद की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है. मौर्य ने विधान परिषद के सभापति मानवेंद्र सिंह को अपना त्यागपत्र भेजा है. समाजवादी पार्टी के साथ ही विधान परिषद की सदस्यता से उन्होंने त्यागपत्र देकर पार्टी से अपना रिश्ता पूरी तरह से खत्म कर लिया है.
हिंदू देवी देवताओं और धार्मिक विषयों पर विवादित टिप्पणी करने के चलते समाजवादी पार्टी के अंदर स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर जबर्दस्त नाराजगी देखने को मिल रही थी. सपा के वरिष्ठ नेताओं ने अखिलेश यादव से इस प्रकरण पर संज्ञान लेने की बात की थी.
सपा के विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा था. इन सब बातों से आहत होकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से अपना त्यागपत्र दे दिया था. उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी में वह अपमानित महसूस कर रहे हैं.
हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में भी उनका त्यागपत्र ना स्वीकार किए जाने की बात सपा के वरिष्ठ नेता राम गोविंद चौधरी ने कही थी. उनको स्वामी प्रसाद मौर्य को मनाने के लिए उनके आवास तक भी जाना पड़ा लेकिन, स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं माने और आज उन्होंने अपना त्यागपत्र विधान परिषद के सभापति को भी भेज दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य 22 फरवरी को दिल्ली में अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं.