सरगुजा : छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों को अस्तित्व में लाया था. लेकिन स्कूलों की तर्ज पर प्रदेश में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम कॉलेज भी संचालित है.इस कॉलेज में किसी प्राइवेट कॉलेज की ही तरह कई तरह की सुविधाएं मौजूद हैं.लेकिन यदि आप इस कॉलेज में प्रवेश करें तो आपको बिल्कुल भी नहीं लगेगा कि ये कोई सरकारी कॉलेज है.क्योंकि स्टडी रूम से लेकर प्ले ग्राउंड और लैब सबकुछ इतने हाईटेक हैं कि आपकी आंखें फटी की फटी रह जाएगी.
कहां है स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम कॉलेज : अम्बिकापुर के केशवपुर में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम कॉलेज संचालित है. इस कॉलेज में अभी तक सिर्फ साइंस की ही पढ़ाई हो रही है, बीएससी के सभी विषय और 2 विषय से एमएससी की क्लास संचालित हैं. अन्य विषयों की क्लास शुरू करने शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. यहां बीएससी प्रथम वर्ष के लिए 300 सीट, द्वितीय और तृतीय वर्ष के लिए 300-300 सीट उपलब्ध हैं. एसएमसी प्रथम और द्वितीय वर्ष के लिये 25-25 सीटें हैं.
किससे एफिलिएटेड है कॉलेज : यह कॉलेज संत गहिरा गुरुविश्वविद्यालय से एफिलिएटेड हैं. एक महीने से ऑनलाइन एडमिशन चालू है और 6 जुलाई तक एडमिशन फार्म भरे जाएंगे. हालांकि इस कॉलेज में सीटें खाली जा रही हैं. इसलिए एडमिशन की तिथि को आगे बढ़ाया जाएगा. इस कॉलेज में पढ़ाई निशुल्क है, साल भर की पढ़ाई के लिए कुल 11 सौ रुपये ही छात्र को जन भागीदारी समिति में देने होते हैं.
कैसा है कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर ?: बड़ी बात ये है कि ये बिल्डिंग खूबसूरत गार्डन और आकर्षक रंगरोगन के कारण किसी बड़े प्राइवेट कॉलेज की तरह लगती है. इस कॉलेज में स्मार्ट क्लासेस हैं, प्रोजेक्टर और ऑनलाइन सिलेबस पढ़ने की व्यवस्था है. क्लास रूम, लाइब्रेरी और प्रेक्टिकल लैब भी बेहद व्यवस्थित है, कॉलेज में स्वीकृत पद में सभी विषयों की फैकल्टी भी उपलब्ध हैं.
हिंदी मीडियम बच्चों का नहीं होता एडमिशन : कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जेवियर कुजूर बताते हैं, बीएससी में सभी विषय मैथ्स, आईटी, केमेस्ट्री, जियोलॉजी, बॉटनी की पढ़ाई हो रही है. पीजी में 2 विषय हैं, अन्य विषयों के लिए शासन को प्रस्ताव भेजे हैं.क्योंकि ये इंग्लिश मीडियम कॉलेज है तो हिंदी मीडियम के बच्चों का एडमिशन नहीं होता हैं.
''किसी भी बोर्ड का छात्र जिसने इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई की हो वो इस कॉलेज में एडमिशन ले सकता है.हिंदी मीडियम के छात्रों के लिए कॉलेज की पढ़ाई में दिक्कत होगी.इसमें ऑप्शन ये है कि छात्र यूनिवर्सिटी परीक्षा में हिंदी में पेपर दे सकता है.हालांकि साइंस में ज्यादातर इंग्लिश का इस्तेमाल होता है,इसलिए हिंदी कम ही यूज होती है.'' डॉ. जेवियर कुजूर,प्राचार्य आत्मानंद कॉलेज
छत्तीसगढ़ में पढ़ाई के स्तर को बेहतर करने के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूलों की स्थापना की गई है.ताकि बच्चों की बुनियादी शिक्षा में इंग्लिश भाषा में पकड़ मजबूत हो.ठीक इसी तरह इंग्लिश मीडियम कॉलेज खुलने से छात्रों को कम पैसों में ही गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई करने का अवसर मिल रहा है.भले ही आज कॉलेज में सीटें खाली रह जा रही हो,लेकिन आने वाले कल में इस इंग्लिश मीडियम कॉलेज में बच्चों की लाइन लगेगी.