गैरसैंण: मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की विभिन्न संगठनों के साथ बैठक हुई. इस बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि 1 सितंबर को गैरसैंण में स्वाभिमान महारैली आयोजित की जाएगी. इस स्वाभिमान महारैली में राजनीतिक दलों के बैनर-झंडों पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी. समिति की ओर से सभी राजनीतिक दलों से कहा गया है कि महारैली में आम जनता की तरह समर्थन में आएं.
क्या आप तैयार हैं ?#गैरसैंण #मूलनिवास #भूकानून #राजधानीगैरसैंण pic.twitter.com/M4xHUXWuVO
— Mohit Dimri (@mohitdimriuk) August 24, 2024
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा व्यापार सभाओं, महिला मंगल दलों, राज्य आंदोलनकारी संगठन, छात्र संगठनों, पंचायत जनप्रतिनिधि संगठन, पूर्व सैनिक संगठन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ बैठक की गई. जिसके बाद निर्णय लिया गया है कि महारैली में राजनीतिक दलों के झंडों और बैनरों पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा. कोई भी राजनैतिक पार्टी इस निर्णय का उल्लंघन करती है तो इसकी जिम्मेदारी स्वयं उस पार्टी की होगी.
संघर्ष समिति की टीम और संयोजक मोहित डिमरी ने 01 सितंबर गैरसैंण में स्वाभिमान महारैली के लिए गैरसैंण के आस पास विभिन्न महिला मंगल दलों से मुलाकात करी ।
— मूल निवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति, उत्तराखंड (@ukmoolniwas) August 30, 2024
सभी महिलाओं ने 01 सितंबर को गैरसैंण महारैली में भारी संख्या में पहुंचने को कहा है ।#मूल_निवास#भू_कानून #राजधानी_गैरसैंण pic.twitter.com/YPToaHtEpw
मोहित डिमरी ने कहा यह आंदोलन किसी राजनीतिक पार्टी का आंदोलन नहीं है. यह जनता का आंदोलन है. महिलाओं, युवाओं और पूर्व सैनिकों का आंदोलन है. हमारी पहचान, संस्कृति, संसाधन और भावी पीढ़ी का भविष्य बचाने का आंदोलन है. उन्होंने कहा कुछ विघटनकारी ताकतें इस आंदोलन को कमजोर करने की साज़िश कर रही हैं. तमाम तरह के षड्यंत्र कर जनता के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है. उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.
मोहित डिमरी ने बताया स्वाभिमान महारैली रामलीला परिसर मुख्य बाजार गैरसैंण से शुरू होगी. रैली शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए वापस रामलीला परिसर में समाप्त होगी. उन्होंने आम जनता से 1 सितंबर को भारी से भारी संख्या में गैरसैंण पहुंचने की अपील की.