नई दिल्ली: दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके में फायरिंग के मामले में उस लड़की की पहचान हुई है, जिसके साथ मृतक अमन आया है. उसकी पहचान अनु के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह कोई साधारण लड़की नहीं बल्कि गैंगस्टर है और उसके पिता दिल्ली पुलिस में थे. इतना ही नहीं, वर्तमान में उसका भाई भी दिल्ली पुलिस में है.
लड़की ने अमन को हनी ट्रैप में फंसाकर राजौरी गार्डन के रेस्टोरेंट में बुलाया था. वारदात के बाद की सीसीटीवी फुटेज में लड़की मृतक की पहचान छिपाने के लिए उसका पर्स व मोबाइल लेकर जाती दिखी. इसके बाद से आशंका बढ़ गई है कि अमन को अपने जाल में फंसाने के लिए हिमांशु भाऊ और नवीन बाली गिरोह लंबे समय से साजिश रच रहा था और इस वारदात को योजना के तहत अंजाम दिया गया.
इसके अलावा लड़की के बारे में यह बात भी सामने आई है कि वह अपने घर से लंबे समय से फरार है इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. वहीं हरियाणा में लड़की वांछित है. आरोपियों की तलाश के लिए वेस्ट जिले की अलग-अलग स्पेशलाइज्ड यूनिट के साथ स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम अपने स्तर पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड में उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
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वारदात के बाद पुलिस ने रेस्टोरेंट व आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो अनु राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर दिखाई दी. अब पुलिस उसके घर यानी रोहतक में उसका पता लगा रही है. क्या वह स्वतंत्र रूप से आपराधिक वारदातों में शामिल है या फिर वह हिमांशु भाऊ या नवीन बाली गिरोह की ही सदस्य है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह घर से कब से लापता है.