जयपुर. लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 25 सीटों पर कांग्रेस का चेहरा कौन होगा. इस पर सस्पेंस बरकरार है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने आज 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है, लेकिन उसमें राजस्थान का नाम नहीं है. अब राजस्थान की कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम 11 मार्च या उसके बाद घोषित होने की संभावना है. दरअसल, राजस्थान में दो क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन और प्रदेश के दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने को लेकर अभी पेच फंसा हुआ है. ऐसे में गुरुवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राजस्थान के नामों पर चर्चा नहीं हो पाई. अब केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक 11 मार्च को है. जिसमें राजस्थान की सीटों को लेकर चर्चा होनी है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 11 मार्च या उसके बाद राजस्थान की 10-15 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जा सकते हैं.
आरएलपी और 'बाप' से गठबंधन पर फंसा पेच : राजस्थान की कुछ सीटों पर कांग्रेस के स्थानीय पार्टियों से गठबंधन को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है. नागौर और बाड़मेर की सीट पर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन पर पेच फंसा हुआ है. पार्टी के ही कई नेता हनुमान बेनीवाल से गठजोड़ पर आपत्ति जता चुके हैं. जबकि बांसवाड़ा-डूंगरपुर पर भारतीय आदिवासी पार्टी से गठजोड़ की पर बात अटकी है. इसी के चलते गुरुवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रदेश की सीटों पर चर्चा नहीं हुई.
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दिग्गज नेताओं पर भी सस्पेंस कायम : विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा का विजय रथ रोकने को लेकर बनी रणनीति में राज्य के दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने की बात उठी थी. लेकिन ज्यादातर बड़े नेता चुनाव लड़ने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे हैं. जबकि आलाकमान भी बड़े नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़वाने के पक्ष में बताया जा रहा है.
मालवीय और राहुल कस्वां फैक्टर भी हावी : बांसवाड़ा-डूंगरपुर में अपनी अच्छी पकड़ रखने वाले महेंद्रजीत सिंह मालवीय के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से वहां के समीकरण प्रभावित हुए हैं. इसके चलते कांग्रेस का भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) से गठजोड़ करने की चर्चा है. जबकि चूरू से भाजपा सांसद राहुल कस्वां अपना टिकट कटने के बाद भाजपा से नाराज चल रहे हैं. ऐसे में अंदरखाने राहुल कस्वां को कांग्रेस ज्वाइन करवाने और चूरू से टिकट देने की चर्चा है. हालांकि, राहुल कस्वां में भी अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वे कांग्रेस का हाथ थामेंगे या किसी और पार्टी से चुनाव लड़ेंगे.
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इन नेताओं के नाम पर होना है फैसला : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, विधानसभा के पूर्व स्पीकर सीपी जोशी, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, पूर्व मंत्री हरीश चौधरी, पूर्व मंत्री अशोक चांदना और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सहित दर्जनभर नेता लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे या नहीं. यह गुत्थी अभी उलझी हुई है. ऐसे में माना जा रहा है कि इन नामों पर तस्वीर साफ होने के बाद ही प्रदेश की सीटों पर नाम फाइनल होंगे.
स्क्रीनिंग कमेटी ने भेजे आठ विधायकों के भी नाम : राजस्थान में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची को लेकर बनाए गए पैनल में आठ विधायकों के नाम भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक स्क्रीनिंग कमेटी ने बृजेंद्र ओला, अशोक चांदना, मुरारीलाल मीणा, हरीश चौधरी, सुदर्शन सिंह, ललित यादव, गणेश गोगरा, अर्जुन बामनिया, अनीता जाटव का नाम भी लोकसभा सीटों के लिए बनाए पैनल में शामिल किया है. ऐसे में इन विधायकों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा या नहीं, इसको लेकर भी तस्वीर साफ होना बाकि है.