धौलपुर : सैंपऊ स्थानीय पंचायत समिति के निलंबित प्रधान तुलसीराम कुशवाह ने प्रधानी जाने के 25 दिन बाद रविवार को पहली बार सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के सामने अपनी बात रखी. कुशवाह ने सैंपऊ सरपंच के पिता के इशारे पर बाड़ी के विधायक जसवंत सिंह गुर्जर पर षड्यंत्र रचने के गंभीर आरोप लगाए. तुलसीराम कुशवाह के द्वारा जारी किए गए वीडियो से एक बार फिर जिले की राजनीति गरमा गई है. खासकर बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में एकदम से ठंडी पड़ी राजनीति फिर से उबाल मारने लगी है.
वहीं, निलंबित प्रधान का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इस मामले को लेकर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं. कुशवाह ने वीडियो में जेल में बंद पूर्व विधायक बीएल कुशवाह का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि समाज के नेता बीएल कुशवाह ने समाज के सहयोग से बड़ी-बड़ी ताकतों से लड़कर उन्हें प्रधान बनाया था, लेकिन हमारे समाज के सैंपऊ सरपंच के पिता रामवीर कुशवाह के द्वारा बाड़ी विधायक जसवंत सिंह गुर्जर से मिलकर षड्यंत्र रचकर उन्हें झूठी शिकायतें करके प्रधान पद से निलंबित करा दिया. दरअसल, तुलसीराम कुशवाह को राज्य सरकार ने वॉल पेंटिंग और मनरेगा के कामों में अनियमितता बरतने के आरोप में दोषी ठहराते हुए 2 अक्टूबर को प्रधान पद से निलंबित कर दिया था.
इसे भी पढ़ें - बड़ी कार्रवाई : सैंपऊ प्रधान निलंबित, वॉल पेंटिंग कार्य में अनियमितता का दोषी पाया
आरोप पर बोले विधायक : विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने कहा कि निलंबित प्रधान तुलसीराम कुशवाह द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं. उन्होंने विकास अधिकारी के खिलाफ शिकायत की थी. इस पर राज्य सरकार ने आदेश जारी कर उन्हें निलंबित किया है. उन्होंने कहा कि प्रधान के खिलाफ शिकायत नहीं की गई है.
सदमे में हुई भाई की मौत : तुलसीराम कुशवाह ने जारी वीडियो में कहा कि प्रधान पद से निलंबित होने पर छोटे भाई जमुनादास कुशवाह की सदमे में मौत हो गई. उन्होंने ने कहा कि छोटा भाई जमुना उनके निलंबन का सदमा नहीं झेल पाए और उनके निलंबन के 10 दिन बाद उनकी मौत हो गई. जमुना की मौत के मामले में तुलसीराम कुशवाह ने सिर्फ और सिर्फ प्रधानी के प्रकरण को जिम्मेदार ठहराया है.
समय आने पर सिखाएंगे सबक : वीडियो में निलंबित प्रधान तुलसीराम कुशवाह ने समाज के लोगों से अपील की, कि प्रधानी छीने जाने के बाद वो सदमे में हैं. पहले से बीमार हैं और असहाय महसूस कर रहे हैं. कुशवाह यही नहीं रुके और आगे उन्होंने कहा कि कल वो रहे या न रहे, लेकिन समय आने पर ऐसे व्यक्तियों को सबक जरूर सिखाएं. उल्लेखनीय की तुलसीराम कुशवाह गैंग्रीन जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उनके दोनों पैर नहीं हैं. वहीं, दोनों हाथों की उंगलियां भी खत्म हो गई हैं.
कुशवाह के निलंबन के मामले को लेकर जय भोले कुशवाह विकास समिति के द्वारा सैंपऊ के महादेव मंदिर में 12 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई थी, लेकिन उसी दिन सुबह प्रधान के छोटे भाई जमुनादास की मौत होने पर बैठक निरस्त कर दी गई थी. बैठक को लेकर जय भोले कुशवाह विकास समिति के द्वारा पुलिस प्रशासन से बाकायदा मंजूरी भी ली थी.