दंतेवाड़ा: सस्पेंड पटवारी ने जिला प्रशासन के अफसर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पटवारी का आरोप था कि उसे बेवजह ही तंग किया जा रहा है. पहले तो उसका कई बार ट्रांसफर किया गया. बाद में उसे बिना कारण की निलंबित कर दिया गया. सस्पेंड पटवारी का ये भी आरोप है कि जब उसने आरटीआई के जरिए इससे जुड़ी जानकारी मांग तो उसे संबंधित विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई. पटवारी का आरोप है कि असफर के इशारे पर उसे परेशान किया जा रहा है. निलंबित पटवारी ने जिला प्रशासन से मामले की निष्पक्षता से जांच कराने की भी मांग की है.
सस्पेंड पटवारी का हंगामा: दंतेश्वरी माता मंदिर में करीब आधे घंटे तक निलंबित पटवारी हंगामा करता रहा. पटवारी ने कहा कि अगर दोषी होता तो यहां पर चीख चीखकर अपनी बात नहीं रखता. वो निर्दोष है इसलिए उसने अपनी बात सबके सामने रखी है. हंगामा कर रहे पटवारी ने उम्मीद जताई है कि उसे एक दिन न्याय जरुर मिलेगा. पटवारी का ये भी आरोप है कि उसका हड़ताल की अवधि में तीन बार ट्रांसफर किया गया. जवाब मांगने पर उल्टे उसपर एफआईआर दर्ज करा दी गई. निलंबित पटवारी को भ्रष्टाचार के आरोपों में सस्पेंड किया गया है.
सीएम से मिलकर करना चाहता था शिकायत: शनिवार को सीएम विष्णु देव साय का दंतेवाड़ा दौरा था. अपने बस्तर दौरे पर सीएम विष्णु देव साय मां दंतेश्वरी के दर्शन कर जिले में कई विकास कार्यों की सौगात देने पहुंचे थे. सस्पेंड पटवारी की कोशिश थी कि वो सीएम से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराए. पटवारी का कहना था कि वो राइट टू इंफॉर्मेशन के तहत अपने ऊपर हुए कार्रवाई की जानकारी लेना चाहता है लेकिन तीन बार आवेदन देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिल पाया है.