पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के फिर से हाथ मिलाने पर कहा कि इसका बीजेपी पर कोई असर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश ने कांग्रेस को नेहरू से राजीव गांधी तक चार प्रधानमंत्री दिये, उस प्रदेश में वह आज अपने बल पर एक भी सीट जीतने के लायक नहीं रही है और मात्र 17 संसदीय सीटों के लिए उसे सपा से समझौता करना पड़ रहा है.
सुशील मोदी का अखेलश-तेजस्वी पर हमला: सुशील मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल में भी तार-तार हो चुका है. उसमें यूपी-बिहार के दो लड़के (अखिलेश-तेजस्वी) पैबंद लगाने की कोशिश कर रहे हैं. कहा कि 2017 के विधान सभा चुनाव में दोनों लड़के हाथ मिलाकर देख चुके हैं. उस समय सपा 224 से घट कर 47 और कांग्रेस 29 से घटकर मात्र 7 सीट पर आ गई थी.
'यूपी में भाजपा के आगे सभी गठबंधन फेल': उन्होंने कहा कि 2019 का संसदीय चुनाव जब सपा ने कांग्रेस को छोड़कर बसपा के साथ मिल कर लड़ा, तब सपा केवल 5 सीट जीत पायी. कहा कि यूपी में भाजपा के विरुद्ध कोई भी गठबंधन काम नहीं आएगा. पड़ोसी राज्य में कांग्रेस, सपा और बसपा अपना-अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही है.
आप के साथ समझौता करने पर भी साधा निशाना: उन्होंने कहा कि यूपी में जयंत चौधरी और बिहार में नीतीश कुमार का एनडीए में शामिल होना इंडी गठबंधन के लिए ऐसा झटका है, जिससे उबरना संभव नहीं है. कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली की सात में तीन सीट पर उस आम आदमी पार्टी से समझौता किया, जिसके तीन मंत्री भ्रष्टाचार के मामले में पहले से जेल में हैं. उन्हें जमानत नहीं मिल पायी और मुख्यमंत्री जेल के दरवाजे पर खड़ा है.
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