सरगुजा: जिले मे बीते 22 दिनों में 3 छात्र-छात्राओं ने खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली है. पहले 15 दिन में एक ही निजी स्कूल की 2 छात्राओं ने खुदकुशी की. 7 फरवरी को स्कूल की 6 वीं की छात्रा ने सुसाइड किया और 22 फरवरी को एक 8 वीं की छात्रा की घर में फांसी पर लटकती लाश मिली. गुरुवार को आदिवासी छात्रावास में एक 8वीं के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी.
परिजनों ने जांच की मांग की: दरिमा थाना क्षेत्र में 8वीं के छात्र ने अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. छात्र का नाम मुकेश तिर्की है. 13 साल का छात्र सीतापुर थाना के बिशनपुर गांव का रहने वाला था जो दरिमा में ब्वॉयज हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था. पिछले दो साल से मुकेश ब्वॉयज हॉस्टल में पढ़ रहा था.बुधवार शाम हॉस्टल के कमरे में फांसी पर उसकी लाश लटकती मिली. बच्चे की फांसी की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने बच्चे की मौत के बाद न्याय की गुहार लगाई है.
सुबह 9 बजे की घटना है. शाम को हमें जानकारी दी. हमारे आते तक सारी कार्रवाई पूरी हो चुकी थी. हमसे सिर्फ साइन कराया और शव सौंपा. -राम जीत तिर्की, छात्र के पिता
छात्रावास अधीक्षक निलंबित: मामले में आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त ने दो सदस्यीय जांच दल गठित किया है. कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान ने न्यायिक जांच कराने के निर्देश दिए हैं, साथ ही छात्रावास अधीक्षक को निलंबित कर दिया है.
- पथरी की शिकायत की जानकारी मिली है जिसकी वजह से छात्र काफी परेशान था, फिर भी इस मामले की जांच दो सदस्यीय टीम के द्वारा की जाएगी.- डीपी नागेश, सहायक आयुक्त
फिलहाल पुलिस और प्रशासन को छात्र के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन सरगुजा में इस तरह बच्चों की खुदकुशी के मामले चिंता का विषय है.