सरगुजा: सावन में मोर की खूबसूरती और निखर जाती है. बारिश और ठंडी हवाओं के बीच मोर अक्सर नाचने लगता है. सावन के महीने में मोर के इस अंदाज को लोग बखूबी देखते हैं. जानकारों का मानना है कि बारिश का मौसम मोर के हेल्थ के लिए खतरनाक भी होता है. खूबसूरती और अन्य खासियत के अलावा यह भी है कि मोर भारत का राष्ट्रीय है. मोर को एक रोचक पहलू यह सामने आया है कि मोर की उम्र कितनी होती है और वह कितने सालों तक जिंदा रहता है.
मोर की उम्र 15 साल तक होती है: अंबिकापुर के पशु और पक्षी चिकित्सक डॉक्टर चंद्र कुमार मिश्रा से ईटीवी भारत ने बात की है. उनसे हमने यह जानने की कोशिश की कि मोर की आयु कितनी होती है. चंद्र कुमार मिश्रा मोर संरक्षण पर काम कर चुके हैं. उन्होंने मोर के जीवन को लेकर कई बड़ी बातें बताई. उन्होंने कहा कि एक मोर की सामान्य उम्र सीमा 15 साल तक होती है. कभी कभी मोर 12 से 15 साल तक जीते हैं.
विशेष हालात में 20 साल तक बढ़ जाती है मोर की आयु: मोर की आयु विशेष हालात में 20 साल तक बढ़ जाती है. चंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जब मोर को पार्क या कैप्टिविटी में पाला जाता है तो उसकी उम्र 20 साल तक बढ़ जाती है.
"मोर पार्क में या कैप्टिविटी में पाले जाते हैं तो उनकी उम्र बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में मोर 15 से 20 साल तक जीवित रहते हैं. कैप्टिविटी में रहने के कारण मोर को बेहतर भोजन, बेहतर व्यवस्था मिलती है. वो बारिश में भीगने से बच जाता है. जब मोर बारिश में भीगता है तो उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ जाता है. इसलिए पार्क के बाहर पाए जाने वाले मोर की स्थिति खराब होती है. जबकि पार्क में मोर का बहुत ख्याल रखा जाता है और बहुत सी ऐसी स्थिति होती है जिनके कारण मोर की उम्र बढ़ जाती है": डॉक्टर चंद्र कुमार मिश्रा, पशु और पक्षी चिकित्सक, अंबिकापुर
क्या मोर सहवास करते हैं: क्या मोर सहवास करते हैं इसको लेकर भी वन्य प्राणियों में कई तरह की बातें सामने आती है. कई तरह के दावे प्रतिदावे इस पर किए गए हैं. इस बीच मोर की जिंदगी और उसकी आयु सीमा को लेकर हुआ यह खुलासा वन्य प्राणियों के बीच उत्सकुता पैदा कर रहा है.