नई दिल्ली/नोएडा : काफी समय से हाशिए पर रहे ट्रांसजेंडर समुदाय अब धीरे-धीरे मुख्यधारा में शामिल हो रहे है. इसी कड़ी में सूरजपुर कलेक्ट्रेट में ट्रांसजेंडरों की समस्या और उनके निराकरण के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें एनजीओ बसेरा सामाजिक संस्थान की रामकली ने ट्रांसजेंडरों की समस्या को अधिकारियों के समक्ष रखा.
रामकली का कहना था कि वे भी ईश्वर की संतान है लेकिन उनके साथ दोहरा व्यवहार किया जाता है. हीन भावनाओं से ग्रस्त समाज में कोई स्थान नहीं देता है. रामकली ने कहा कि कुछ लोग अभी तक ट्रांसजेंडर और किन्नर समाज में अंतर नहीं जानते हैं. दोनों ही समुदाय समाज में सम्मान पाने के हकदार हैं.
रामकली का कहना था कि उन्हें दान नहीं चाहिए, उन्हें कंपनियों, फैक्ट्री में योग्यता के अनुसार कार्य चाहिए, लेकिन समाज ने अभी तक ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को अपनाया नहीं है, जब तक समाज का दृष्टिकोण नहीं बदलेगा, उनका संघर्ष जारी रहेगा. रामकली ने बताया कि ट्रांसजेंडर सुरक्षा सेल, जिला प्रशासन द्वारा गठित किया जा चुका है, लेकिन अभी तक कार्यरत नहीं है. उनका सुझाव है कि ट्रांसजेंडर सुरक्षा सेल में ट्रांसजेंडर समुदाय की लोगों को भी सदस्यता होनी चाहिए. जिससे उनकी समस्याओं को सुनकर पुलिस विभाग अपने स्तर पर कार्रवाई कर सके.
जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र बहादुर सिंह ने गोष्ठी में उपस्थित ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को स्माइल ऑनलाइन पोर्टल पर आईडी और प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने की जानकारी दी. और कहा कि सबसे ज्यादा आईडी और प्रमाण पत्र गौतम बुद्ध नगर के ट्रांसजेंडरों द्वारा ही किया गया है. समाज कल्याण विभाग द्वारा गरिमा गृह पर कार्य किया जा रहा है जिसका प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है.
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ट्रांसजेंडर समुदायों की समस्याओं का निराकरण
रामकली द्वारा ट्रांसजेंडर समुदायों की ओर से घर शिक्षा नौकरी और पेंशन के लिए डीएम के समक्ष किए गए आग्रह पर डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया और कहा कि वे मामले में संज्ञान लेते हुए शासन और भारत सरकार द्वारा की गई व्यवस्था के अनुसार कार्रवाई करें. डीएम ने शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग से आग्रह किया कि वह भी ट्रांसजेंडर समुदायों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निराकरण पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग से कराएं.
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