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सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश से व्यापारिक कार्यों में हो सकती है वृद्धि, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव ? - Sun entry into Virgo

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है. सूर्य 16 सिंतबर 2024 सांय 7:53 को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे और आगामी 17 अक्टूबर 2024 तक इसी राशि में रहेंगे.

SUN ENTRY INTO VIRGO
सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश (File photo)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 16, 2024, 6:00 AM IST

बीकानेर: जन्मकुंडली में अपनी राशि, मित्र राशि या उच्च राशि उपस्थित सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है. इसके विपरीत अगर जन्म कुंडली में सूर्य शत्रु राशि, नीच राशि या अशुभ ग्रहों से युक्त हो तो सूर्य के जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है. दुर्बल या पीड़ित सूर्य की दशा महादशा में पिता को कष्ट, पराजय, अपयश, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, कार्य में बाधा, व्यापार में असफलता आदि से सामना करना पड़ता है. दुर्बल सूर्य को बल देने के लिए तंत्र मंत्र यंत्र की सहायता ली जा सकती है. सूर्य ग्रह के कन्या राशि में गोचर से व्यापार वाणिज्य वृद्धि होगी और आर्थिक कार्यों में सफलता मिलने की संभावना रहेगी. बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के इस गोचर से विभिन्न राशियों पर राशि अनुसार प्रभाव परिलक्षित हो सकते हैं. वो प्रभाव कुछ इस प्रकार होगा-

  • मेष : रोग, ऋण या शत्रु पीड़ा हो सकती है. दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन या शारीरिक कष्ट, वाद विवाद, निकट संबंधों में प्रतिकूलता होगी.
  • वृषभ: रचनात्मक कार्य में रुझान, प्रेम प्रसंग के अवसर, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, सट्टेबाजी की मनोवृत्ति पैदा होगी.
  • मिथुन: गृहस्थान पर नवाचार, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधी पीड़ा, मन में बेचैनी होगी.
  • कर्क: संप्रेषण कार्यों में लाभ, नव कार्य की योजना, छोटे भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, अल्प दूरी की यात्रा योग के योग बनेंगे.
  • सिंह: पारिवारिक जिम्मेदारी, सामूहिक भोज के अवसर, वाणी या नेत्र दोष, स्थाई परिसंपत्ति निर्माण के योग बनेंगे.
  • कन्या: आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, आत्मचिंतन या आत्म मनन, एकांतवास, व्यय में कमी, आर्थिक अनुकूलता के अवसर पैदा होंगे.
  • तुला: आय की अपेक्षा व्यय में बढ़ोतरी, अस्पताल संबंधी खर्च, व्यापार में हानि, लंबी दूरी की यात्रा योग, विदेश में लाभ के योग बनेंगे.

इसे भी पढ़ें : मंगल का मिथुन राशि में गोचर ला सकता है व्यापारिक कार्यों में उतार-चढ़ाव - Mars Transit In Gemini

  • वृश्चिक: आय में वृद्धि के प्रयास, संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, आर्थिक प्रतिकूलता देखने को मिलेगी.
  • धनु: रोजगार या नौकरी में पदोन्नति हेतु प्रयास, पिता संबंधित चिंता, उच्च अधिकारियों से मतभेद, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर अधिक सजगता बढ़ेगी.
  • मकर: धार्मिक क्रियाकलाप या धार्मिक अनुष्ठान के अवसर, गुरुजनों का सहयोग, उच्च अध्ययन के योग, नव संस्कृति से संपर्क होने के योग है.
  • कुंभ: मन में भय या आशंका, नकारात्मक मानसिकता, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, तंत्र-मंत्र यंत्र की ओर रुझान होगा.
  • मीन: जीवनसाथी या मित्रों से सहयोग की अपेक्षा, नव साझेदारी के अवसर, विवाह या सगाई के योग, दैनिक क्रियाकलाप में अनुकूलता देखने को मिलेगी.

बीकानेर: जन्मकुंडली में अपनी राशि, मित्र राशि या उच्च राशि उपस्थित सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है. इसके विपरीत अगर जन्म कुंडली में सूर्य शत्रु राशि, नीच राशि या अशुभ ग्रहों से युक्त हो तो सूर्य के जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है. दुर्बल या पीड़ित सूर्य की दशा महादशा में पिता को कष्ट, पराजय, अपयश, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, कार्य में बाधा, व्यापार में असफलता आदि से सामना करना पड़ता है. दुर्बल सूर्य को बल देने के लिए तंत्र मंत्र यंत्र की सहायता ली जा सकती है. सूर्य ग्रह के कन्या राशि में गोचर से व्यापार वाणिज्य वृद्धि होगी और आर्थिक कार्यों में सफलता मिलने की संभावना रहेगी. बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के इस गोचर से विभिन्न राशियों पर राशि अनुसार प्रभाव परिलक्षित हो सकते हैं. वो प्रभाव कुछ इस प्रकार होगा-

  • मेष : रोग, ऋण या शत्रु पीड़ा हो सकती है. दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन या शारीरिक कष्ट, वाद विवाद, निकट संबंधों में प्रतिकूलता होगी.
  • वृषभ: रचनात्मक कार्य में रुझान, प्रेम प्रसंग के अवसर, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, सट्टेबाजी की मनोवृत्ति पैदा होगी.
  • मिथुन: गृहस्थान पर नवाचार, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधी पीड़ा, मन में बेचैनी होगी.
  • कर्क: संप्रेषण कार्यों में लाभ, नव कार्य की योजना, छोटे भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, अल्प दूरी की यात्रा योग के योग बनेंगे.
  • सिंह: पारिवारिक जिम्मेदारी, सामूहिक भोज के अवसर, वाणी या नेत्र दोष, स्थाई परिसंपत्ति निर्माण के योग बनेंगे.
  • कन्या: आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, आत्मचिंतन या आत्म मनन, एकांतवास, व्यय में कमी, आर्थिक अनुकूलता के अवसर पैदा होंगे.
  • तुला: आय की अपेक्षा व्यय में बढ़ोतरी, अस्पताल संबंधी खर्च, व्यापार में हानि, लंबी दूरी की यात्रा योग, विदेश में लाभ के योग बनेंगे.

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  • वृश्चिक: आय में वृद्धि के प्रयास, संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, आर्थिक प्रतिकूलता देखने को मिलेगी.
  • धनु: रोजगार या नौकरी में पदोन्नति हेतु प्रयास, पिता संबंधित चिंता, उच्च अधिकारियों से मतभेद, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर अधिक सजगता बढ़ेगी.
  • मकर: धार्मिक क्रियाकलाप या धार्मिक अनुष्ठान के अवसर, गुरुजनों का सहयोग, उच्च अध्ययन के योग, नव संस्कृति से संपर्क होने के योग है.
  • कुंभ: मन में भय या आशंका, नकारात्मक मानसिकता, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, तंत्र-मंत्र यंत्र की ओर रुझान होगा.
  • मीन: जीवनसाथी या मित्रों से सहयोग की अपेक्षा, नव साझेदारी के अवसर, विवाह या सगाई के योग, दैनिक क्रियाकलाप में अनुकूलता देखने को मिलेगी.
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