शिमला: हिमाचल के लिए वर्ष 2023 आपदा के लिहाज से गहरी पीड़ा वाला साल रहा था. 2023 मानसून सीजन ने ऐसी तबाही मचाई कि पहाड़ त्राहि-त्राहि कर उठे. कुल 509 लोग मौत का शिकार हुए। 9712 करोड़ रुपए की संपत्ति नष्ट हो गई. यही नहीं, 2944 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए. इसके अलावा 12304 घरों को नुकसान हुआ. पशु धन की व्यापक तबाही हुई और राज्य भर में 7250 गोशालाएं नष्ट हो गई.
हाल ही समाप्त हुए मानसून सत्र में धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने अतारंकित सवाल संख्या 779 में पूछा था कि सरकार की ओर से पिछले साल आपदा राहत पैकेज जारी किया गया था? यदि सरकार ने ये पैकेज जारी किया था तो इस पैकेज में क्या-क्या शामिल था. कितने प्रभावित परिवारों को कितनी-कितनी धनराशि प्रदान की गई. क्या इस पैकेज से सरकारी विभागों / बोर्डों व पंचायतों को भी धनराशि प्रदान की गई है? यदि इन्हें धनराशि दी गई है तो कितनी धनराशि व्यय की गई और कितना बकाया राशि बाकी है.
सवाल में सरकार ने अपने जवाब में कहा था कि सरकार ने पिछले साल मॉनसून के दौरान आई आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को राहत प्रदान राहत पैकेज अधिसूचित किया था. इसमें नीचे दिए गए मद शामिल हैं.
सरकार के मुताबिक 2023 के आपदा राहत पैकेज के अंतर्गत अब तक 22,789 प्रभावित परिवारों को 203,31,83,446 की राशि प्रदान की गई है, लेकिन आपदा राहत पैकेज के अंतर्गत विभागों / बोर्डो व पंचायतों को कोई धनराशि जारी नहीं की गई है. विशेष राहत पैकेज के तहत 1389 परिवारों को राहत राशि प्रदान की गई है. चंबा के उपमंडल भटियात में 369 परिवारों, पांगी में 51, भरमौर में 34, डलहौजी में 31, चंबा में 178, सलूणी में 216, चुराह में 207, हमीरपुर में 516 परिवारों को ये राशि प्रदान की गई.
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