करनाल: नए साल यानी 2025 का आगाज हो चुका है. केंद्र सरकार ने भारत के किसानों के लिए दो बड़ी राहत देने वाले काम किए हैं. सरकार द्वारा डीएपी खाद पर सब्सिडी देने का काम किया गया है. तो वहीं फसल बीमा योजना में भी बदलाव किया गया है. जिसका सीधा प्रभाव भारत के किसानों पर होने जा रहा है. इसका लाभ मिलने जा रहा है. तो यह जानते हैं कि उन्होंने कौन सी योजनाओं को शुरू किया गया है. जिसका लाभ किसानों को इस वर्ष में होने वाला है.
डीएपी खाद 1350 में ही मिलता रहेगा: डीएपी खाद भारत में सभी फसलों के लिए सबसे प्रमुख खाद होता है. क्योंकि इसमें कहीं खनिज पदार्थ होते हैं, जो फसलों के लिए बहुत ज्यादा जरूरी और लाभकारी होते हैं. भारत सरकार के द्वारा हाल ही में डीएपी खाद के लिए 3850 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज को मंजूरी दी गई है. जिसको वन टाइम स्पेशल सब्सिडी के तौर पर मंजूर किया गया है. जिसके चलते किसानों को ₹50 किलो का डीएपी फर्टिलाइजर बैग पहले वाले मूल्य 1350 रुपए में ही मिलेगा. यह घोषणा केंद्र सरकार के मंत्री अश्विनी वैष्णव के द्वारा की गई है.
जानकारी के अनुसार भारत में डीएपी खाद का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है और यह आयत सऊदी अरब मोरक्को चीन जैसे देशों से किया जाता है. लेकिन हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे माल की कीमत बढ़ गई है. जिसके कारण खाद में भी वृद्धि होगी. लेकिन सरकार ने इस पर काम करते हुए सब्सिडी देने का काम किया है. खाद की कीमत चाहे कितनी भी हो उसकी सब्सिडी देने का काम सरकार करेगी और किसानों को 1350 रुपए में ही डीएपी खाद का बैग मिलता रहेगा.
एकमुश्त विशेष पैकेज के विस्तार को मंजूरी: केंद्र सरकार ने डीएपी के लिए एकमुश्त विशेष पैकेज के विस्तार को मंजूरी दी है. इसे 1 जनवरी 2025 से लागू किया गया है, जो पूरे साल तक जारी रहेगा. इस विस्तार का उद्देश्य किसानों को सस्ती दरों पर डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित करना है. इस तरह सरकार ने डीएपी खाद पर एक बार फिर से विशेष पैकेज को मंजूरी दे दी है. इस पैकेज के तहत, किसानों को डीएपी खाद पर मौजूद न्यूट्रिएंट बेस्ड सब्सिडी योजना के अतिरिक्त 3500 रुपये प्रति टन की अतिरिक्त सब्सिडी मिलेगी. इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनावों के बीच किसानों को सस्ती कीमतों पर डीएपी उपलब्ध कराना है. जिसके चलते किसान पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े.
फसल बीमा योजना को लेकर किया गया विशेष काम: भारत में किसानों की फसलों के लिए फसल बीमा योजना चलाई हुई है. अगर किसान की फसल किसी कारणवश खराब हो जाती है, तो उसका भुगतान संबंधित कंपनी करती है. इसको लेकर भी केंद्रीय सरकार के द्वारा बड़ा ऐलान किया गया है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 69515 करोड़ का प्रावधान रखा गया है. पहले यह 65000 करोड़ रुपए था. जिसमें किसानों की फसल की बिजाई से लेकर कटाई तक के लिए सुरक्षा व्यापक रखी जाएगी. इसमें प्रतिकूल जलवायु स्थिति और प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को भी भुगतान किया जाएगा. पहले इसकी प्रीमियम दर 16% रखी गई थी, जो अब घटकर 11% कर दी गई है. जिसे किसानों को अब फसल बीमा करवाने के लिए कम भुगतान करना होगा.
किसान जगबीर और गजे सिंह क्या कहना है कि सरकार का यह काफी अच्छा फैसला है. क्योंकि किसानों को अनुमान था कि इस बार डीएपी खाद का रेट पहले से ज्यादा होगा. लेकिन सरकार ने सब्सिडी की योजना लागू करके अच्छा काम किया है. पहले ही किसानों पर बहुत ज्यादा खर्च होता है, ऐसे में यह भी अतिरिक्त खर्च होता. लेकिन उन्होंने कहा कि यह खाद समय पर मिलना चाहिए. सीजन के समय किसानों को काफी परेशानी होती है. उसका भी सरकार को कुछ सोचना चाहिए.
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