सरायकेला: भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में काफी कुछ गलत वर्णित है, इसमें सुधार की अति आवश्यकता है. यह बातें नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पौत्र अभिजीत रॉय ने सरायकेला जिले के आदित्यपुर में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य पर कहीं.
नेताजी सुभाष मंच के द्वारा मंगलवार देर शाम आदित्यपुर फुटबॉल मैदान में नेताजी सुभाष जयंती मनाई गयी. सर्वप्रथम नेताजी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित किया गया. इस अवसर पर देशभक्ति कार्यक्रमों के साथ झारखंड की सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इसके साथ ही छऊ नृत्य का भी लोगों ने आनंद उठाया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोलकाता से आये नेताजी के पौत्र अभिजीत रॉय और बांग्लादेश से आये उच्चायुक्त से जुड़े मो. अशरफुल इस्लाम शामिल रहे.
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पौत्र अभिजीत रॉय ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में गलत व्याख्यान कर भ्रांतियां फैलाई गयी हैं. अब जरूरत है इस गलत जानकारी को सुधार कर सच्चाई पूरे भारत के समक्ष सामने लाने की. इस मौके पर नेताजी सुभाष मंच द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी से जुड़े गलत जानकारी के विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से वृहद पैमाने पर चलाए जाने वाले हस्ताक्षर अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा कि नेताजी की जयंती पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है.
इस कार्यक्रम में मौजूद कोल्हान के पूर्व कमिश्नर और नेताजी सुभाष मंच के चेयरमैन विजय कुमार ने कहा कि आजाद हिंद फौज का गठन करने नेताजी ने देश को स्वतंत्रता दिलाई. आज के युवाओं को समझना होगा कि नेताजी की जीवनी को हर युवाओं को आदर्श मानकर जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए. इस मौके पर नेताजी सुभाष मंच के अध्यक्ष पीके नंदी ने लोगों से आह्वान किया कि वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी से जुड़े सच तथ्यों को जानें. जिसे आगे प्रचारित करने का काम नेताजी सुभाष मंच द्वारा किया जाएगा. इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी शेखर डे, विकास मुखर्जी, छऊ गुरु तपन पटनायक और पूर्व सैनिक परिषद एवं अन्य संगठनों के सदस्य शामिल रहे.
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