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विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में गैर शैक्षणिक कार्यों से स्टूडेंट्स परेशान, सरकार बांट रही थी अबुआ आवास और छात्र शोर के बीच दे रहे थे परीक्षा - विनोबा भावे विश्वविद्यालय

Students troubled by non academic work at Vinoba Bhave University. हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले गैर शैक्षणिक कार्यों से छात्र परेशान हैं. बता दें कि इन दिनों विश्वविद्यालय कैंपस में कई प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य हुए. जिससे यहां के बच्चे काफी परेशान दिखे.

Students troubled by non academic work at Hazaribag Vinoba Bhave University campus
विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले गैर शैक्षणिक कार्यों से छात्र परेशान
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 20, 2024, 10:32 PM IST

हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले गैर शैक्षणिक कार्यों से छात्र परेशान

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर इन दिनों गैर शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए उपयोग में लाया जा रहा है. 19 फरवरी को अबुआ आवास योजना को लेकर सरकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. फरवरी महीने में ही यहां महिला सशक्तिकरण को लेकर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. फरवरी माह में ही दो बार गैर शैक्षणिक कार्यक्रम कराए गए. इन कार्यक्रमों ने यहां पठन-पाठन कर रहे स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हुई.

बता दें कि इन दोनों कार्यक्रम तैयारी करने में लगभग 5 दिन का समय भी लग गया. जिससे फरवरी के महीने में बच्चे करीब 7 दिन तक परेशान रहे. वहीं विनोदिनी तरवे पार्क में आयोजित कार्यक्रम में ऊंची आवाज में साउंड सिस्टम पर नाच गाना और भाषण की आवाज से विद्यार्थी और शिक्षक काफी परेशान रहे. सरकारी कार्यक्रम आयोजित होने से पूरे परिसर के शैक्षणिक गतिविधियों पर असर पड़ा. इसको लेकर छात्र भी कहते हैं कि भले ही एक दिन का कार्यक्रम होता है लेकिन तैयारियों को लेकर कई दिनों तक उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा शिक्षकों को वाहन सहित परिसर में आने से पुलिस रोक रही थी. जिससे पूरा परिसर चार पहिया और दो पहिया वाहनों से भर गया था.

सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर का एक्सटर्नल एक्जाम, यूसेट के विद्यार्थियों का एक्सटर्नल एक्जाम, साइकोलॉजी विभाग में प्रायोगिक परीक्षा और राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी की मौखिक परीक्षा पूर्व से निर्धारित थी. परिसर में बज रहे हाई साउंड क्लास रूम सहित परीक्षा हॉल तक पहुंच रही थी.

इस बात को लेकर सदर विधायक मनीष जायसवाल ने सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि जिस तरह से कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर में किया जा रहे हैं, यह पठन-पाठन को बाधित कर रहा है. जब इस बारे में कुलपति सुमन कैथरिन किस्पोट्टा से पूछा गया तो उनके पास इसका जवाब नहीं था और वह सवालो को टालती नजर आईं. विश्वविद्यालय परिसर का उपयोग शैक्षणिक कार्यों के लिए होना चाहिए. जिस तरह से गैर शैक्षणिक काम यहां बढ़ रहे हैं, यह छात्रों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इस विषय पर सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन को भी सोचने की आवश्यकता है.

इसे भी पढे़ं- हजारीबाग को सीएम चंपई सोरेन की सौगातः लाभुकों को दिया अबुआ आवास योजना का स्वीकृति पत्र, कहा- झारखंड में जल्द बनेगा डेयरी फार्म

इसे भी पढे़ं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय को दी 100 करोड़ की सौगात, पीएम उषा योजना के तहत मिली राशि

हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले गैर शैक्षणिक कार्यों से छात्र परेशान

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर इन दिनों गैर शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए उपयोग में लाया जा रहा है. 19 फरवरी को अबुआ आवास योजना को लेकर सरकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. फरवरी महीने में ही यहां महिला सशक्तिकरण को लेकर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. फरवरी माह में ही दो बार गैर शैक्षणिक कार्यक्रम कराए गए. इन कार्यक्रमों ने यहां पठन-पाठन कर रहे स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हुई.

बता दें कि इन दोनों कार्यक्रम तैयारी करने में लगभग 5 दिन का समय भी लग गया. जिससे फरवरी के महीने में बच्चे करीब 7 दिन तक परेशान रहे. वहीं विनोदिनी तरवे पार्क में आयोजित कार्यक्रम में ऊंची आवाज में साउंड सिस्टम पर नाच गाना और भाषण की आवाज से विद्यार्थी और शिक्षक काफी परेशान रहे. सरकारी कार्यक्रम आयोजित होने से पूरे परिसर के शैक्षणिक गतिविधियों पर असर पड़ा. इसको लेकर छात्र भी कहते हैं कि भले ही एक दिन का कार्यक्रम होता है लेकिन तैयारियों को लेकर कई दिनों तक उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा शिक्षकों को वाहन सहित परिसर में आने से पुलिस रोक रही थी. जिससे पूरा परिसर चार पहिया और दो पहिया वाहनों से भर गया था.

सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर का एक्सटर्नल एक्जाम, यूसेट के विद्यार्थियों का एक्सटर्नल एक्जाम, साइकोलॉजी विभाग में प्रायोगिक परीक्षा और राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी की मौखिक परीक्षा पूर्व से निर्धारित थी. परिसर में बज रहे हाई साउंड क्लास रूम सहित परीक्षा हॉल तक पहुंच रही थी.

इस बात को लेकर सदर विधायक मनीष जायसवाल ने सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि जिस तरह से कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर में किया जा रहे हैं, यह पठन-पाठन को बाधित कर रहा है. जब इस बारे में कुलपति सुमन कैथरिन किस्पोट्टा से पूछा गया तो उनके पास इसका जवाब नहीं था और वह सवालो को टालती नजर आईं. विश्वविद्यालय परिसर का उपयोग शैक्षणिक कार्यों के लिए होना चाहिए. जिस तरह से गैर शैक्षणिक काम यहां बढ़ रहे हैं, यह छात्रों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इस विषय पर सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन को भी सोचने की आवश्यकता है.

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