मसूरी: संस्कृत महोत्सव के तहत मसूरी के विभिन्न हिंदी माध्यम के स्कूल के छात्रों ने मसूरी गुरुद्वारा चौक से गांधी चौक तक संस्कृत जागरूकता रैली निकाली. इस दौरान छात्रों ने संस्कृत भाषा में लिखी हुई पंक्तियां और स्लोगन की तख्तियां हाथों में ली हुई थीं. छात्र-छात्राएं लोगों को संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में समझा रहे थे. रैली के दौरान छात्र-छात्राओं ने 'संस्कृत हमारी भारती, इसकी उतारो आरती', 'सभी भाषाओं की जननी संस्कृत है', 'संस्कृत-संस्कृति की खान-इसमें भरा पड़ा विज्ञान', 'वेदवाणी संस्कृत- देववाणी संस्कृत' आदि संस्कृत लोक, नारे लगाकर संस्कृत गीतों का उच्चारण किया.
मसूरी संस्कृत महाविद्यालय की प्राचार्य मिनाक्षी चौहान और पूर्व प्राचार्य बृजेश सयाना ने कहा कि, जागरूकता रैली का उद्देश्य, जन-जन के जीवन की भाषा में संस्कृत एक अनिवार्य पहलू बने. लोक जीवन की लोक संस्कृति में संस्कृत भाषा का समावेश हो. आम लोगों के जीवन के व्यवहार में संस्कृत भाषा का अधिकाधिक उपयोग हो. उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के प्रति जनमानस में जागृति उत्पन्न करने के लिए संस्कृत सप्ताह मनाया जा रहा है. वर्तमान समय में संस्कृत भाषा धीरे-धीरे चलन से बाहर होती जा रही है.
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी संस्कृत के शब्दों और वाक्यों को नहीं समझ रही है. जबकि यह प्राचीन भाषा है. भाषा के प्रति जागरूकता लाने के लिए विशेष संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. ताकि नागरिक संस्कृत भाषा का भी ज्ञान प्राप्त कर इसे बोलचाल के रूप में लेकर आएं. ताकि भाषा आमजनों के बीच हमेशा बनी रही.
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