वाराणसी : जिले के आईआईटी बीएचयू में छात्रा से गैंगरेप के मामले में दो आरोपियों को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. इसके बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के बैनर तले विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी छात्र आरोपियों की जमानत को लेकर नारेबाजी कर रहे थे. उनका कहना है कि उनकी रिहाई पीड़िता के साथ हुए अन्याय को बताती है.
आरोपियों की रिहाई पर बीएचयू में प्रोटेस्ट : बता दें कि, आईआईटी बीएचयू के मामले में दोषी तीन आरोपियों में दो आरोपी आनंद और कुणाल को 26 और 29 अगस्त को हाईकोर्ट से जमानत पर रिहाई मिल गई है. इसके विरोध में एनएसयूआई के बैनर तले 50 से अधिक की संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सबसे पहले उन्होंने प्रतिरोध सभा का आयोजन किया, जहां सबने सरकार से सवाल पूछे. इस दौरान उन्होंने कहा कि, इन्हें जमानत कैसे मिल गई, यह एक बड़ा सवाल है. छात्रों ने कहा कि, इनकी गिरफ्तारी को लेकर बहुत दबाव बनाना पड़ा, तब जाकर उस समय उनकी गिरफ्तारी हुई, लेकिन अब यह जमानत पर रिहा हो गए हैं. हम उत्तर प्रदेश सरकार से पूछना चाहते हैं कि, आखिर वह इस मामले में इतनी हीलाहवाली कैसे कर सकते हैं और इस मामले को इतना हल्का कैसे ले सकते हैं.
सरकार का दोहरा चेहरा : इस दौरान शोध छात्र सुमन ने कहा कि, बीजेपी सरकार का दोहरा चेहरा इन कृतियों से लगातार सामने आ रहा है. आईआईटी की बेटी को अब तक न्याय नहीं मिला है, कोलकाता की दुर्दांत घटना से अभी हम उभरे भी नहीं थे. उसी आईआईटी बीएचयू के आरोपियों को बेल दे दी गई है. यह न्याय व्यवस्था कैसी है, यह समझ से परे है. आखिर सरकार इन सभी विषयों पर चुप कैसे है.
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