जयपुर: शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों में कला और नवीन ज्ञान के प्रति रुझान बढ़े, छात्र अपनी स्किल दिखाएं, इस उद्देश्य से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बुधवार को निपुण मेले का आयोजन किया गया. मेले में छात्रों ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए चार्ट एक्टिविटी, गीत संगीत और अन्य विधाओं से अपनी स्किल का प्रदर्शन किया. कई विद्यालयों में अलग-अलग स्टॉल लगाई गई और इन स्टॉल पर मॉडल, चार्ट, मिट्टी से बने खिलौने, बच्चों की ओर से बनाए गए आर्ट, मूर्तियां को प्रदर्शित भी किया गया.
प्रदेश के 65 हजार विद्यालयों के कक्षा 1-8 तक के करीब पचास लाख छात्रों में रीडिंग स्किल डवलप करने के लिए 9 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रखर राजस्थान अभियान आयोजित किया गया था. इस अभियान के समापन दिवस पर बुधवार को विद्यालयों में निपुण मेले का आयोजन किया गया.
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निपुण मेले में संख्या ज्ञान और भाषा ज्ञान की निपुणता विकसित करने के लिए शिक्षकों के सहयोग से विद्यार्थियों ने रचनात्मक कौशल का प्रभावी प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने चित्रकारी के जरिए भाषा ज्ञान, संख्या ज्ञान, गणितीय पहेली, पर्यावरण संरक्षण, वायुमण्डल की परतें, जलीय चक्र, ध्वजारोहण का सुंदर दृश्य, कहानियों के पात्र उकेरे. वहीं नन्हे हाथों ने सुंदर रंगोली और विभिन्न मॉडल बनाकर प्रदर्शित किए.
अभिभावकों ने निभाई सक्रिय भागीदारी: राज्य परियोजना निदेशक अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि निपुण मेले में समाज और अभिभावकों ने सक्रिय भागीदारी निभाते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया. अभियान के तहत विद्यालयों में रीड ए थॉन, पुस्तकालय दिवस, हिन्दी दिवस सप्ताह की गतिविधियां, कहानी सुनाने, रोल प्ले गतिविधि, डिजिटल, आईसीटी आधारित कहानी गतिविधियां, स्थानीय भाषा में गायन और आखिर में निपुण मेले का आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि अभियान की सभी गतिविधियों को रोचक तरीके से उत्साहपूर्वक करने से छात्रों को अच्छे वातावरण में सीखने के अवसर प्राप्त हुए.