नई दिल्ली: नीट यूजी परीक्षा 2024 के चार जून को घोषित हुए परिणामों को लेकर देशभर में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. छात्रों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है. छात्रों ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था. हालांकि, अदालत ने साफ कर दिया कि नीट परीक्षा के पेपर्स रद्द नहीं किए जाएंगे. वहीं, इस बीच अब शुक्रवार को छात्रों और उनके अभिभावकों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की है.
जानकारी के अनुसार, नीट की परीक्षा में जो छात्र असफल हुए हैं उन्होंने आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री से शास्त्री भवन कार्यालय में जाकर मुलाकात की. इस दौरान छात्रों ने अपनी समस्या धर्मेंद्र प्रधान को बताई. छात्र हर्ष दुबे ने बताया कि NEET का जो पेपर हुआ है वह सुप्रीम कोर्ट देखेगा. पेपर लीक पर सुप्रीम कोर्ट का जो आदेश आएगा हमें भी उसको फॉलो करना पड़ेगा. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है.
वहीं, धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि गुजरात के गोधरा और बिहार में जो हुआ है, उसमें कुछ गिरफ्तारी हुई है. छात्र ने आगे कहा कि शिक्षा मंत्री ने भी माना कि कुछ सेंटरों पर धांधली हुई है, वे उन चीजों पर एक्शन लेंगे. हालांकि छात्रों की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए.
- ये भी पढ़ें: नीट यूजी मामला: एनटीए को खत्म करने और CBI जांच की मांग को लेकर तीन छात्र संगठनों का प्रदर्शन
बता दें, नीट यूजी परीक्षा 2024 में एक ही परीक्षा सेंटर के कई बच्चों के नंबर एक समान आए हैं. जबकि कुछ सेंटर के कई बच्चों ने टॉप किया है. यही कारण है नीट परीक्षा को लेकर धांधली के आरोप लगे हैं. गौरतलब है कि नीट परीक्षा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा तो सुप्रीम कोर्ट ने 14 जून को इस मामले पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.