पलामूः उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ के दौरान अभ्यर्थियों की मौत के विरोध में पलामू में छात्रों ने रोड जाम कर दिया. इस दौरान छात्रों ने जुलूस भी निकाला. नाराज छात्रों ने जगह-जगह लगे सीएम हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के पोस्टरों और बैनरों को भी फाड़ दिया. जाम का नेतृत्व बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर छात्रावास में रहने वाले छात्र कर रहे थे.
उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
दरअसल, छात्रावास में रहने वाले एक छात्र दीपक कुमार पासवान उत्पाद सिपाही बहाली दौड़ के दौरान बेहोश हो गया था. उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए रांची के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
दीपक का शव पहुंचते ही आक्रोशित हुए छात्र
दीपक पासवान का पार्थिव शरीर सोमवार की शाम पलामू के मेदिनीनगर लाया गया. शव को देखकर छात्रावास में रहने वाले बाकी के छात्र आक्रोशित हो गए और शव के साथ रेड़मा चौक को लगभग एक घंटे तक जाम कर दिया.
प्रशासनिक पदाधिकारियों ने छात्रों को कराया शांत
मामले की जानकारी मिलने के बाद सदर सीओ अमरदीप बल्होत्रा, टाउन थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार के नेतृत्व पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्र एक सुनने को तैयार नहीं थे.छात्र दीपक पासवान के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा और नौकरी देने की मांग कर रहे थे.
मृतकों के परिजनों को 20 लाख रुपये देने की मांग
जाम का नेतृत्व कर रहे संदीप पासवान ने बताया कि उत्पाद सिपाही बहाली दौड़ के दौरान कई अभ्यर्थियों की मौत हुई है. मृतक सभी अभ्यर्थियों के परिजनों को सरकार 20 लाख रुपये मुआवजा दे.
मुआवजा नहीं मिला तो जारी रहेगा आंदोलन
बता दें कि मृतक दीपक पासवान पलामू के पांडु के रहने वाला था और मेधावी छात्र था. उसने एक साइंटिस्ट की भी परीक्षा पास की थी. संदीप पासवान ने बताया कि मृतक के परिजनों के लिए जब तक मुआवजा की घोषणा नहीं होती है, तब तक छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा.
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