जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों के बैक लगने के मामले को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. गुरुवार को प्रदर्शन करते हुए छात्र राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के अंदर घुस गए और गेट पर ताला लगा दिया. इसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच आमना-सामना हो गया. पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए छात्रों को खदेड़ा. वहीं, कुछ छात्र नेताओं को हिरासत में भी लिया गया है.
छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में देखा गया कि 80 से 90 विद्यार्थियों को फेल कर दिया जाता है. कुछ विषयों में बैक लगा दी गई. रिवैल्युएशन के नाम पर छात्रों से 430 रुपए लिए जाते हैं. इसमें आश्चर्य की बात यह है कि रिवैल्युएशन का फॉर्म भरने के बाद 70 प्रतिशत छात्र पास हो जाते हैं. इसका मतलब यह है कि अपने फायदे के लिए ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा के बाद कॉपी चेकिंग के सिस्टम में गड़बड़ है. इसमें गलती राजस्थान विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की है. यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और अधिकारी भी इसमें शामिल हैं, जिससे छात्र-छात्राओं में आक्रोश है. इस समस्या को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के एडम ब्लॉक में प्रदर्शन करके सोते हुए सिस्टम को जगाने का प्रयास किया गया है.
पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग : बड़ी संख्या में छात्र प्रदर्शन करते हुए एडम ब्लॉक के गेट पर पहुंचे, जहां पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. कुछ छात्र प्रशासनिक भवन में घुस गए और ताला लगा दिया. बड़ी संख्या में छात्रों की भीड़ और प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन छात्र डटे रहे. इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज करके प्रदर्शन कर रहे छात्रों को खदेड़ दिया गया. धरने पर बैठे करीब चार-पांच छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है. छात्रों का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से छात्रों की समस्याओं को लेकर विरोध कर रहे थे, लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की आवाज को दबाने का काम किया है. पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर लाठीचार्ज करके छात्रों को खदेड़ दिया. छात्र इन समस्याओं को लेकर आगे भी आंदोलन करते रहेंगे.
राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा के मुताबिक रिवैल्युएशन में प्रोफेसर की कोई गलती नहीं होती है. कई बार कॉपी में नंबर कम-ज्यादा हो जाते हैं. कई बार रिवैल्युएशन में छात्रों के नंबर बढ़ जाते हैं, तो कई बार कम भी हो जाते हैं. रिवैल्युएशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल करने का प्रयास किया जा रहा है. आने वाले समय में रिवैल्युएशन की प्रक्रिया डिजिटल शुरू होगी. इससे छात्रों को भी समस्या नहीं होगी.