रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि विकास खंड के ग्राम डोभा भौंसाल में गुरुवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में 18 वर्षीय रोशन सिंह मृत पाया गया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है. अचानक हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है. लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं.
थानाध्यक्ष राजीव चौहान ने बताया कि बीती देर रात हुई घटना की जानकारी दूसरे दिन सुबह परिजनों से प्राप्त हुई. इस पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बुरी तरह आग में जला 18 वर्षीय रोशन सिंह पुत्र गोपाल सिंह राणा का शव घर से 20 मीटर की दूरी पर प्रेम सिंह की गौशाला के छोटे से कमरे में मिला. परिजन एवं मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सुबह जब परिजन गौशाला पहुंचे तो रोशन को जली हुई हालात में मृत देखकर हतप्रभ हो गए. परिजनों के चीखने चिल्लाने पर गांववासी एकत्रित हुए. सूचना पाकर पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची. शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार किया. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारणों की जांच की जायेगी.
रोशन राइंका अगस्त्यमुनि में कक्षा 11वीं का छात्र था. इसके पिता गोपाल सिंह राणा अगस्त्यमुनि में मेडिकल स्टोर चलाते हैं. इन दिनों रोशन अपने परिवार के साथ होली मनाने के लिए अपने गांव डोभा गया था. रोशन के 12 वर्षीय चचेरे भाई का कहना है कि शांत स्वभाव के रोशन ने रात को 10 बजे तक उसके साथ रहकर मोबाइल पर डरावनी पिक्चर देखी. जिसके बाद वो शौचालय जाने को बोलकर कमरे से बाहर निकल गया. रोशन के मां-पिता व छोटी बहन दूसरे कमरे में सो रहे थे. घर के बिल्कुल नजदीक हुई इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
ऋषिकेश डंपिंग ग्राउंड में लगी आग: नगर निगम ऋषिकेश के गोविंद नगर स्थित डंपिंग ग्राउंड में फिर से संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने का मामला सामने आया है. फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है. फिलहाल कचरे के ढेर से अभी भी धुंआ उठता हुआ देखा जा रहा है. आग की लपटें देख डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले झुग्गी झोपड़ी के लोगों में हड़कंप मच गया. अपनी जान बचाने के लिए लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना देकर मौके पर बुलाया.
फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद कचरे के ढेर से उठ रही आग की लपटों को काबू किया. जिससे डंपिंग ग्राउंड के आसपास में बनी झुग्गी झोपड़ी जलने से बच गई. देर रात लगी इस आग की वजह से अभी तक कचरे के ढेर से धुआं निकलता हुआ दिखाई दे रहा है. यह धुआं हवा में घुलकर लोगों के घरों तक पहुंच रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने सहित अन्य कई प्रकार की परेशानी हो रही है. डंपिंग ग्राउंड में पड़े कचरे में आग लगने का यह पहला मामला नहीं है. पहले भी अनेकों दफा कचरे के ढेर में आग लगने की घटनाएं होती रही हैं. कचरे के ढेर में आग लगती है या कोई लगाता है, इस पर आज भी संशय बना हुआ है. प्रत्यक्षदर्शी जगजीत सिंह ने बताया कि रात आग की लपटें देखकर हर कोई डर गया. प्रशासन को आग लगने की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए.
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