धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में एक शिक्षक की लापरवाही सामने आई है. शिक्षक छात्र को बाथरूम में बंद कर घर चला गया. शनिवार को जब छात्र घर नहीं पहुंचा तो अभिभावक ग्रामीणों के साथ स्कूल पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों ने बाथरूम से आ रही आवाज को सुनकर बच्चे को बाहर निकाला. बच्चे से पूछा कि वह बाथरूम में कैसे पहुंचा तो उसने बताया कि अध्यापक ने ही अंदर बंद किया था. फतेहपुर के एक प्राइमरी स्कूल में हैरान करने वाला यह मामला सामने आया है. यह घटना राजकीय प्राथमिक स्कूल फतेहपुर की है.
टीचर बच्चे को निकालना भूला: जानकारी के मुताबिक, टीचर बच्चे को सजा देने के बाद उसको बाहर निकालना भूल गया. बाद में बच्चे ने बाहर निकलने के लिए चीखना-चिल्लाना शुरू किया, जिसे सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए. उसे सीढ़ी के जरिए बाहर निकाला. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में दिख रहा है कि बच्चा बाथरूम के अंदर बंद है. बच्चे से लोग पूछते हैं कि वह अंदर कैसे आया, तो बच्चे ने बताया कि मुझे टीचर ने बाथरूम में बंद करने की सजा दी थी. इसके बाद लोगों ने बाथरूम के अंदर सीढ़ी डाली. इसकी मदद से बच्चा बाहर निकला. लोगों का कहना है कि ऐसी हरकत मासूम बच्चे की जिंदगी पर भारी पड़ सकती थी. आखिरकार बच्चे को बाथरूम में बंद करने की सजा क्यों दी गई. स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
भेजा जाएगा कारण बताओ नोटिस: वहीं, इस मामले में बीईईओ फतेहपुर बलवान सिंह ने कहा कि बच्चे का वायरल वीडियो संज्ञान में है. उन्होंने कहा कि जिस टीचर ने बच्चे को बाथरूम में बंद किया था, उसे नोटिस दिया जाएगा. साथ ही स्कूल स्टाफ को भी कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा. नियमानुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस बच्चे के घरवालों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी है. घरवालों का कहना है कि शुक्र है कि बच्चे के साथ कोई अनहोनी घटना नहीं घटी. ऐसे टीचर को तत्काल स्कूल से हटाया जाना चाहिए.
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