झालावाड़: जिले के सुनेल कस्बे में स्थित सीनियर सेकंडरी स्कूल की कक्षा 12 में अध्ययनरत एक छात्रा की विद्यालय परिसर में सर्पदंश के चलते बेहोश हो गई. बाद में विद्यालय स्टाफ के द्वारा हादसे की सूचना परिजनों को दी गई. लेकिन इस दौरान परिजन बालिका को अस्पताल न ले जाकर किसी मंदिर में झाड़फूंक करवाने ले गए. बाद में विद्यालय स्टाफ के कहने पर बालिका को झालावाड़ के जिला अस्पताल में लाया गया. जहां इलाज के दौरान शाम को बालिका की मौत हो गई.
मामले में जानकारी देते हुए सुनेल सीबीओ रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि कस्बे के संगरिया गांव में स्थित सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा बेबी कुंवर की सर्पदंश से मौत हो गई. उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में SUPW शिविर का आयोजन किया जा रहा था. इसी दौरान छात्र-छात्राओं को सफाई कार्य करवाया जा रहा था. इसी बीच एक विषैले सर्प ने बालिका को डंस लिया और बालिका मूर्छित हो गई. बाद में इसकी सूचना परिजनों को दी गई. वे झाड़फूंक करवाने किसी मंदिर में ले गए. इधर इलाज में लगातार हो रही देरी के कारण बालिका को अपनी जान गवानी पड़ी.
बालिका के पिता धीरज सिंह ने बताया कि बेबी कंवर 12वीं क्लास में पढ़ रही थी. शुक्रवार को सुबह वह स्कूल गई थी. यहां स्कूल प्रशासन द्वारा छात्रों से साफ सफाई करवाई गई. तभी बेबी कंवर को सांप ने उंगली में काट लिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. इस बीच वह बालिका को कर्माखेड़ी में देवता के यहां ढोक लगाने ले गई. इसके बाद सुनेल अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां से बालिका को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.