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वायु प्रदूषण पर प्रशासन सख्त, फतेहाबाद में पराली जलाने पर 23 किसानों पर 57 हजार का जुर्माना, 4 पर FIR, 22 की रेड एंट्री

Stubble Issue In Fatehabad: कृषि विभाग ने कार्रवाई करते हुए फतेहाबाद में पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई की है.

Stubble Issue In Fatehabad
Stubble Issue In Fatehabad (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

फतेहाबाद: हरियाणा में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. फतेहाबाद में पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की गई है. जिले में अभी तक पराली जलाने के 49 मामले सामने आए हैं. कृषि विभाग ने 23 किसानों पर 57 हजार 500 रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा 4 किसानों पर एफआईआर दर्ज की है. 22 किसानों की फसल को लेकर रेड एंट्री की गई है.

पराली जलाने पर किसानों पर कार्रवाई: जिन 22 किसानों की रेड एंट्री हुई है. वो अब आने वाले दो सीजन में मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाएंगे और उनकी फसल सरकार एमएसपी के दाम पर नहीं खरीदी जाएगी. इस बारे में फतेहाबाद कृषि विभाग के डीडीए राजेश सिहाग ने बताया कि किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि वो धान की पराली में आग ना लगाए. कृषि विभाग के द्वारा किसानों पर एफआईआर दर्ज कर जुर्माना भी लगाया जा रहा है.

कृषि विभाग का बड़ा एक्शन: फतेहाबाद कृषि विभाग के डीडीए राजेश सिहाग ने बताया कि अब तक 40 किसानों ने धान की पराली में आग लगाई है. हालांकि पिछले वर्ष के मुकाबले ये आंकड़ा काफी कम है. पिछले वर्ष इस समय तक 105 किसानों ने धान की पराली में आग लगाई थी. उन्होंने कहा कि वो किसानों को लगातार जागरूक कर रहे हैं और अभियान भी चलाया जा रहा है.

हरियाणा में प्रदूषण: हरियाणा में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. फिलहाल 13 जिले वायु प्रदूषण की चपेट में हैं. सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण सोनीपत में 331, जींद में 311 है. इसके अलावा भिवानी में वायु प्रदूषण 233, चरखी दादरी में 232, बल्लभगढ़ में 212, गुरुग्राम में 223, बहादुरगढ़ में 281, जींद में 311, करनाल में 202, महेंद्रगढ़ में 187, नूंह में 202, पलवल में 105, पानीपत में 180 रहा.

ये भी पढ़ें- हरियाणा के 13 जिलों में जहरीली हुई हवा, दिल्ली NCR समेत हरियाणा में बदलेगा मौसम, जानें मौसम का हाल

ये भी पढ़ें- 5 साल में 73 फीसदी कम हुए पराली जलाने के केस, लेकिन दिल्ली का प्रदूषण वहीं का वहीं... क्या सच में प्रदूषण के पीछे किसान जिम्मेदार ?

फतेहाबाद: हरियाणा में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. फतेहाबाद में पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की गई है. जिले में अभी तक पराली जलाने के 49 मामले सामने आए हैं. कृषि विभाग ने 23 किसानों पर 57 हजार 500 रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा 4 किसानों पर एफआईआर दर्ज की है. 22 किसानों की फसल को लेकर रेड एंट्री की गई है.

पराली जलाने पर किसानों पर कार्रवाई: जिन 22 किसानों की रेड एंट्री हुई है. वो अब आने वाले दो सीजन में मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाएंगे और उनकी फसल सरकार एमएसपी के दाम पर नहीं खरीदी जाएगी. इस बारे में फतेहाबाद कृषि विभाग के डीडीए राजेश सिहाग ने बताया कि किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि वो धान की पराली में आग ना लगाए. कृषि विभाग के द्वारा किसानों पर एफआईआर दर्ज कर जुर्माना भी लगाया जा रहा है.

कृषि विभाग का बड़ा एक्शन: फतेहाबाद कृषि विभाग के डीडीए राजेश सिहाग ने बताया कि अब तक 40 किसानों ने धान की पराली में आग लगाई है. हालांकि पिछले वर्ष के मुकाबले ये आंकड़ा काफी कम है. पिछले वर्ष इस समय तक 105 किसानों ने धान की पराली में आग लगाई थी. उन्होंने कहा कि वो किसानों को लगातार जागरूक कर रहे हैं और अभियान भी चलाया जा रहा है.

हरियाणा में प्रदूषण: हरियाणा में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. फिलहाल 13 जिले वायु प्रदूषण की चपेट में हैं. सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण सोनीपत में 331, जींद में 311 है. इसके अलावा भिवानी में वायु प्रदूषण 233, चरखी दादरी में 232, बल्लभगढ़ में 212, गुरुग्राम में 223, बहादुरगढ़ में 281, जींद में 311, करनाल में 202, महेंद्रगढ़ में 187, नूंह में 202, पलवल में 105, पानीपत में 180 रहा.

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