बिलासपुर/सोलन: कीकर-नवगांव पेयजल योजना को लेकर मंगलवार को त्रिवेणीघाट में हुई महापंचायत के बाद सैंकड़ों ग्रामीणों ने अर्की क्षेत्र में प्रवेश करके काम को रुकवाया. पुलिस द्वारा लोगों को रोके जाने पर ग्रामीणों द्वारा पथराव भी किया गया. जिसमें आपसी बचाव के चलते सोलन जिले की पुलिस भी पीछे हट गई और त्रिवेणीघाट में मौजूद सैकड़ों लोगों ने पेयजल योजना में निर्माणाधीन टैंक में पत्थर डाले साथ ही निर्माण कार्य में लगी मशीनों को भी पलट दिया. इस दौरान करीब 7 पुलिसकर्मी और 1 होम गार्ड को चोटें आई हैं. उनका मेडिकल करवाया जा रहा है. एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है. यहां से भीड़ को हटाया गया है. वहीं, अब यहां पर माहौल शांतिपूर्ण है और दोनों जिलों की पुलिस टीमें इस मामले को लेकर निगरानी कर रही हैं.
400 से ज्यादा ग्रामीण थे मौजूद: काफी देर तक हुई इस लड़ाई के चलते ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर था. ऐसे में सोलन पुलिस की ओर से ग्रामीणों को रोका जा रहा था, लेकिन ग्रामीणों द्वारा इस पेयजल योजना के विरोध में उनके कदम नहीं रोक पाए और उन्होंने अर्की क्षेत्र में बन रही इस पेयजल योजना के निर्माण कार्य को बंद करवाया. हालांकि जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि मंगलवार को इस निर्माण कार्य के लिए ठेकेदार व लेबर नहीं आई हुई थी, परंतु निर्माण कार्य में लगे रहे सामान सरिया और अन्य सामानों को ग्रामीणों ने हटाया है. आपको बता दें कि इस आंदोलन में 400 से अधिक ग्रामीण मौजूद थे, जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं थी.
इस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री से भी ग्रामीण मिले, लेकिन फिर भी इस समस्या पर कोई गौर नहीं किया गया है- रजनीश शर्मा, अध्यक्ष, अली खड्ड संघर्ष समिति
अर्की प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी: इस विरोध में ग्रामीणों के साथ नयना देवी विस क्षेत्र के विधायक रणधीर शर्मा भी मौजूद रहे. ग्रामीणों ने अर्की प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. संघर्ष समिति ने कहा कि प्रशासन और सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा. यदि यहां पेयजल योजना बन जाती है तो गर्मियों में बिलासपुर के लोगों को पानी के संकट से जूझना पड़ेगा. इस बारे में कोई नहीं सोच रहा है.
क्या है मामला: गौरतलब है कि जिला बिलासपुर और सोलन सीमा से सटे नवगांव में अर्की जिला सोलन के लोगों के लिए पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया. इस योजना के माध्यम से करीब सात पंचायत के लोगों को पेयजल सुविधा मुहैया करवाने की बात कही जा रही है, लेकिन बिलासपुर जिले के प्रभावित लोगों की मानें तो वह पेयजल योजना के विरोध में नहीं हैं, लेकिन नवगांव से पेयजल योजना बनाने के बजाए लाभार्थी परिवारों के लिए कोलडैम से पेयजल योजना बनाई जानी चाहिए. इससे जहां अर्की क्षेत्र के लोगों की समस्या सुलझेगी. वहीं, बिलासपुर जिले के प्रभावित लोगों की खेती व घराट सुरक्षित रहेंगे. इस पेयजल योजना को लेकर पिछले 17 दिनों से विवाद चला हुआ है.
'सोलन सीमा में निर्माण कार्य को रुकवाया': अली खड्ड संघर्ष समिति के अध्यक्ष रजनीश शर्मा का कहना है कि त्रिवेणीघाट के पास अलीखड्ड में चल रहे पानी उठाने की योजना के कार्य को लोगों ने अपने हितों की रक्षा के लिए रुकवाया है, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते खड्ड के उस पार सोलन सीमा से निर्माण कार्य को शुरू कर दिया गया. जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है.