वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ कैंपस के बाहर रविवार की सुबह फूल मंडी व्यापारी और छात्रों के बीच भिड़ंत हो गई. मामूली विवाद से शुरू हुई कहासुनी मारपीट तक पहुंच गई. आलम यह हो गया कि दोनों पक्ष की ओर से सड़क पर पथराव शुरू हो गया. जमकर पत्थरबाजी हुई. जिसमें दोनों पक्ष को चोटे भी लगी है. इसके साथ ही मौके पर मौजूद दर्जनभर बाइकें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
बता दें कि विद्यापीठ के गेट नंबर 3 के सामने फूल मंडी लगती है. जहां रविवार की सुबह कुछ कारोबारी और किसान विश्वविद्यालय परिसर की बाउंड्री वॉल के पास गाड़ी लगा रहे थे. विश्वविद्यालय के गार्ड ने दुकानदारों को बाइक लगाने से मना किया, जिस पर फूल दुकानदार और गार्ड के बीच कहासनी शुरू हो गई.
विश्वविद्यालय के छात्र और गार्ड का आरोप है कि पहले फूल कारोबारी ने गार्ड पर हमला कर दिया. उस दौरान घटना देख बड़ी संख्या में हॉस्टल के छात्र गेट पर पहुंच गए, जहां दुकानदार व छात्रों के बीच नोकझोंक हुई. फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई. इस दौरान बाउंड्रीवाल के पास खड़ी बाइकें क्षतिग्रस्त हो गईं. यही नहीं गार्ड समेत कई छात्रों को चोटे भी लगी हैं. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने लाठी के बल पर पत्थरबाजी करने वाले लोगों को खदेड़ा और मामला शांत कराया.
मामला बढ़ता देख विश्वविद्यालय की के प्रॉक्टर समेत कई प्रोफेसर भी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल भेजा. इसके साथ ही पत्थरबाजी करने वाले लोगों की तलाश भी की जा रही है. फिलहाल कैंपस में तनाव का माहौल है और पुलिस बल की तैनाती है.
विश्वविद्यालय के छात्रों ने बताया कि, हॉस्टल के बाहर सड़क पर फूल मंडी लगती है. रविवार की सुबह फूल कारोबारी अपनी दुकान लगा रहे थे जिस दौरान अपनी बाइक को विद्यापीठ के गेट पर लगा दिया जिस पर गार्ड ने गेट के आसपास बाइक लगाने से मना कर दिया.
इस पर फूल कारोबारी ने गाली गलौज करते हुए गार्ड पर हमला कर दिया, मामला बढ़ता देख बीच बचाव के लिए मौके पर छात्र पहुंचे तो कारोबारी छात्रों के साथ भी लड़ने लगे. थोड़ी देर में तीन नंबर गेट पर पथराव शुरू हो गया. आधा घंटे तक पत्थरबाजी होती रही, जिसमें कई लोगों को चोट लगी है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुबह हम माला फूल के लिए मंडी आए थे, जिस पर हमने देखा कि गार्ड और फूल व्यापारी के बीच में कुछ नोकझोंक हो रही है. इस बीच हॉस्टल के अंदर से कुछ छात्र निकलकर आए जिन्होंने फूल कारोबारी और किसानों के साथ मारपीट की.
उसके बाद वापस गए और बड़ी संख्या में हाथों में डंडे पत्थर लेकर के बाहर आए. फिर किसानों के साथ मारपीट की. मौके पर मौजूद लगभग 25 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ की, जिसमें ज्यादातर गाड़ियां व्यापारी और कुछ ग्राहकों की थी.
लगभग 12 से ज्यादा लोगों को चोट लगी है. कुछ लोग कबीर चौरा मेडिकल कराने गए हैं तो वहीं कुछ निजी चिकित्सालय में इलाज करने के लिए गए हुए हैं. पुलिस प्रशासन का कहना है कि उपद्रवियों की तलाश की जा रही है. मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई में पुलिस जुटी हुई है.
इस घटना के बाबत सिगरा थाना इंस्पेक्टर मनोज मिश्रा ने बताया कि अभी तक दोनों पक्ष में से किसी की ओर से भी तहरीर नहीं दी गई है. लेकिन पुलिस ने खुद की तहरीर पर 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें दोनों पक्ष के लोग शामिल हैं.
इसके साथ ही वीडियो फुटेज के जरिए पत्थरबाजी करने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. जल्द ही इनकी गिरफ्तारी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही माहौल तनावपूर्ण ना हो और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर परिसर में और फूल मंडी क्षेत्र में पुलिस के जवान मौजूद है.
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