आगराः अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के विरुद्ध दायर वाद पर स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई. न्यायधीश अनुज कुमार सिंह के सामने गवाह राजेंद्र गुप्ता धीरज ने अपने बयान दर्ज कराए. राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा के बयान का समर्थन किया. अब इस मामले में अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी. शिकायतकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया ने बताया कि शुक्रवार को गवाह राजेंद्र गुप्ता दर्ज हुए हैं. वहीं, कंगना ने अपने बयान पर 25 सितंबर को यू टर्न का वीडियो जारी किया था. जिसमें उन्होंने किसान और किसान आंदोलन को लेकर अपने दिए गए बयान पर सफाई दी थी.
बता दें कि अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 31 अगस्त को आगरा पुलिस कमिश्नर और न्यू आगरा थाना प्रभारी को शिकायत भेजी थी. सांसद कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. उन्होंने शिकायत में कहा था कि कंगना रनौत ने 26 अगस्त को एक इंटरव्यू में एमएसपी एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों किसानों को लेकर टिप्पणी पर की थी. सन् 2020 और 2021 में दिल्ली के बार्डर पर धरने पर बैठे लाखों किसानों के प्रति बेहद अभद्र टिप्पणी की. इतना ही नहीं, भाजपा सांसद ने किसानों को हत्यारा और बलात्कारी होने का आरोप लगाने के साथ ही 16 नवंबर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का मजाक उड़ाया था.
गवाही के बाद मिली अगली तारीखः अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया ने बताया कि रमाशंकर शर्मा के पिछली तारीख 26 सितंबर को कोर्ट में बयान दर्ज किए गए थे. शुक्रवार को सुनवाई में राजेंद्र गुप्ता धीरज की गवाही हुई. स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह ने खुद गवाह राजेंद्र गुप्ता धीरज के बयान दर्ज किए हैं. राजेंद्र ने अपने बयान में शिकायतकर्ता के बयानों का समर्थन किया है. उन्होंने कंगना का बयान पढ़कर सुनाया और उसे किसानों का अपमान करने की बात कही. इसके साथ ही न्यायाधीश ने इस मामले में अगली तारीख 30 अक्टूबर की दी है.
सांसद कंगना ने किया किसानों का अपमानः वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है. देश की आबादी किसानों पर निर्भर है. किसान दिन रात अपने खेतों में मेहनत करते हैं. तब अनाज, दालें, सब्जी, फल समेत अन्य पैदा करते हैं. जिससे ही देश की जनता का पेट भरता है. अभिनेत्री व भाजपा नेता कंगना रनौत ने इंटरव्यू में धरने पर बैठने वाले देश के लाखों किसानों पर अशोभनीय टिप्पणी की. ये बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कंगना ने देश के करोड़ों किसानों, मुझे और राष्ट्रपति महात्मा गांधी के प्रति अमर्यादित टिप्पणी की थी. जो देश की जनता का अपमान है. ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है. इसमें इस मामले में कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है. कंगना को किसानों को सम्मान देकर देश के अन्नदाता कहकर क्षमा मांगनी होगी. तभी मैं अपना वाद वापस लूंगा.
कंगना ये कहते हुए जारी किया था वीडियो
वहीं, कंगना रनौत ने 25 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक वीडियो पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने कहा कि, मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा. वीडियो में कह रही हैं कि, मैं केवल अभिनेत्री ही नहीं भाजपा की सांसद भी हूं. मेरे बयान से जिसे भी ठेस पहुंची है. उसके लिए मुझे खेद है.