दुमकाः भारतीय जनता पार्टी ने सारठ क्षेत्र के विधायक रणधीर कुमार सिंह को दुमका लोकसभा क्षेत्र का संयोजक बनाया है. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा को चुनौती देते हुए कहा है कि झामुमो के किसी प्रत्याशी में इतना दम नहीं है जो दुमका सीट पर सीता सोरेन, बाबूलाल मरांडी और नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सके. यह बात रणधीर सिंह ने दुमका में कही. वे कोर्ट के कार्य से दुमका आए हुए थे.
शिबू सोरेन को दुमका में भाजपा ने हराया, उनसे बड़ा कौन झामुमो में
जब से भारतीय जनता पार्टी ने सीता सोरेन को दुमका सीट का उम्मीदवार बनाया है तब से यह चर्चा जोरो पर है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा किसे अपना प्रत्याशी घोषित करेगा. सभी अपने-अपने ढंग से कयास लगा रहे हैं. कोई अंदाजा यह लगा रहा है कि हेमंत सोरेन अपनी भाभी के खिलाफ जेल से चुनाव लड़ेंगे तो फिर कोई पार्टी के पुराने नेता नलिन सोरेन और स्टीफन मरांडी के प्रत्याशी बनने की संभावना जता रहा है.
इस संबंध में रणधीर सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन को हराया था. अब झारखंड मुक्ति मोर्चा में उनसे बड़ा नेता कौन खड़ा होगा. इसलिए हमारे लिए कोई भी प्रत्याशी मायने नहीं रखता. उन्होंने कहा कि दुमका लोकसभा सहित पूरे राज्य में झामुमो का कद घटा है. जबकि नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए कार्यों की वजह से भारतीय जनता पार्टी काफी मजबूत हुई है. लोगों का हमारी पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ा है और वह भाजपा के पक्ष में आगामी लोकसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर मतदान करेंगे. दुमका लोकसभा सीट पर सीता सोरेन की जीत सुनिश्चित है.
प्रत्याशी बदलना केन्द्रीय नेतृत्व का फैसला
रणधीर सिंह जो दुमका लोकसभा क्षेत्र के भाजपा के संयोजक हैं, उनका कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने सुनील सोरेन को जब दुमका का प्रत्याशी बनाया था तो हमलोगों ने स्वागत किया था. अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें बदलकर सीता सोरेन को दुमका सीट से उतारा है तो यह फैसला भी सर आंखों पर है. उन्होंने कहा कि टिकट घोषणा से पहले ही हमलोग चुनावी तैयारी में लग चुके हैं. अब जब मुझे लोकसभा क्षेत्र का संयोजक बनाया गया है तो दुमका में रणधीर सिंह चुनाव लड़ रहा है. यह भावना सभी पार्टी कार्यकर्ता में भी है.
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